रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद :-
      चौधरी मोड स्थित श्री साई हनुमान मंदिर मे आज श्रीदुधेश्वरनाथ मंदिर के महंत एवं श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि जी महाराज जी पहुंचे। श्री साईं हनुमान मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है। श्री महंत नारायण गिरी जी महाराज ने मंदिर के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। उसके बाद श्री नारायण नक्षत्र वाटिका पहुंचे।अपने अनुराधा नक्षत्र वृश्चिक राशि का पेड़ मौलश्री राशि का पौधा को जल दिया,
श्रीमहंत जी ने बताया कि जिस मनुष्य ने जिस नक्षत्र में जन्म लिया हो, उसी नक्षत्र का पौधों का रोपण करना चाहिए जो कि बड़ा ही लाभप्रद होता है। साई मंदिर के महंत विजय गिरि महाराज जी ने बताया की  27 नक्षत्र में 12 राशियां होती हैं। राशियों के हिसाब से कौन से पेड़ की पूजा करनी चाहिए। हर नक्षत्र का एक अलग महत्व है।और इन पौधों का एक विशेष महत्व है। जो 27 नक्षत्र के पेड़ों का जो भी सात परिक्रमा लगाएगा उसके नक्षत्र में काफी लाभ मिलेगा। जैसे कि अश्विनी, भरणी,कृतिका, रोहिणी, मृगशिरा, आद्रा,पुनर्वसु, पुष्प, अश्लेषा, मघा,पूर्वाफाल्गुनी, उत्तराफाल्गुनी,हस्ता,चित्रा,स्वाति, विशाखा, अनुराधा,  जेष्ठा, मूला, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, घनिष्ठा,शतभिषा,पूर्वभादप्रदा,रेवती यह 27 नक्षत्र हुए। इन 27 नक्षत्रों  से 12 राशियां होती है। वृक्ष , मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ, मीन, यह 12 राशियां इसलिए इसे नक्षत्र ग्रह कहा गया। इस नक्षत्र ग्रह का जो भी साथ परिक्रमा लगाएगा उसका बिगड़ा हुआ नक्षत्र ठीक हो जाता है। 
महंत विजय गिरी महाराज ने बताया की यह प्रेरणा एवं आज्ञा गुरु महाराज श्री महंत नारायण गिरी जी महाराज की कृपा से संपन्न हुआ।इस अवसर पर अजय चौपडा, (पवनपुत्र) यश शर्मा, बब्बू, और मीडिया प्रभारी कपिल शर्मा सभी लोग मौजूद रहे।
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