रिपोर्ट :- अजय रावत

गाजियाबाद :- स्थित प्राचीन सिद्ध पीठ श्रीबाला त्रिपुर सुन्दरी देवी मंदिर में चैत्र नवरात्रि के पवित्र की शुरुआत 2 अप्रैल से हुई थी और 10 अप्रैल को इसकी समाप्ति होगी. नवरात्रि में अष्टमी-नवमी का खास महत्व होता है। अष्टमी के दिन महागौरी और नवमी के दिन सिद्धिदात्री मां का पूजन किया जायेगा अष्टमी 9 अप्रैल को जबकि नवमी 10 अप्रैल को मनाई जाएगी। हवन के बिना नवरात्रि की पूजा अधूरी मानी जाती है। कल अष्टमी तिथि पर दैवी मंदिर के महंत गिरीशानंद गिरि महाराज ने श्रीदुधेश्वर वेद विद्यापीठ के आचार्य एवं विध्वान पंडितों के मन्त्रोंउच्चारण के द्वारा भक्तों एवं श्रद्धालुओं ने महायज्ञ में घी एवं सामग्री द्वारा हवन में आहुतियां दी जायेगी।
तत्पश्चात दोपहर भव्य पंखा शोभायात्रा निकाली जाएगी जो कि शहर के विभिन्न बाजार होते हुए निकाली जाएगी इसमें भक्तों द्वारा जगह जगह पंखा शोभायात्रा का स्वागत किया जाएगा जोकि देवी मंदिर से होती हुई दिल्ली गेट डासना गेट रमते राम रोड गंज राइट गंज घंटाघर जीटी रोड से कीर्तन वाली गली बजरिया से घंटाघर हनुमान चोपला मंदिर होती हुई नवयुग मार्केट चंद्रपुरी से सीधी देवी मंदिर पहुंचेगी तत्पश्चात मंदिर भव्य आरती की जाएगी। जो दुधेश्वरनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरी जी महाराज के आशीर्वाद से नवरात्रि महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। साथ ही दुधेश्वरनाथ मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग ने भी नवरात्रि पर माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त किया।
एवं नवरात्रि के मौके पर मंदिर दर्शन करने लिए सैकड़ों भक्तों एवं श्रद्धालुओं का आवागमन होता है एवं माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त करतें हैं मंदिर महंत गिरीशानंद गिरि जी महाराज ने बताया कि चैत्र नवरात्रि में पूरे नौ दिन मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की उपासना का विधान है। नवरात्रि में अष्टमी-नवमी का खास महत्व होता है. अष्टमी के दिन महागौरी और नवमी के दिन सिद्धिदात्री मां का पूजन किया जाता है। अष्टमी और नवमी दोनों दिन कन्या पूजन करना विशेष फलदायी माना जाता है। कन्या पूजन के बाद ही भक्तों के नवरात्रि व्रत संपन्न माने जाते हैं। इसमें 2 से 11 साल की बच्चियों की पूजा की जाती है. माना जाता है कि अलग-अलग रूप की कन्याएं देवी के अलग-अलग स्वरूप को दर्शाती हैं।

दुधेश्वरनाथ मंदिर के मीडिया प्रभारी एस आर सुथार ने बताया कि 10 अप्रैल को प्रातः कन्या पूजन एवं विशाल भंडारा का आयोजन किया जाएगा जिसमें सभी साधु संत महात्मा एवं श्रद्धालुओं को भंडारे का प्रसाद ग्रहण करेंगे आज शाम हवन किया गया जिसमें महंत विजयगिरि जी महाराज शिव मंदिर पटेल नगर,  मुकेश पंडित, शम्भु शरण आदि भक्तों ने महायज्ञ में आहुति दी।
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