रिपोर्ट :- अजय रावत

गाजियाबाद :- कोतवाली घंटाघर क्षेत्र अनाज मंडी में 9 साल पहले एक कारोबारी के परिवार के 7 लोगों की हत्या कर दी गई थी। लूट के इरादे से पूरे परिवार की हत्या करने वाले ड्राइवर राहुल वर्मा को अपर जिला जज की अदालत में फांसी की सजा सुनाई है। कोर्ट ने एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है। आरोपी 9 साल से डासना जेल में बंद है।

जिला शासकीय अधिवक्ता राजेश चंद्र शर्मा ने बताया, "22 मई 2013 को सतीश चंद्र गोयल की किडनी ट्रांसप्लांट होनी थी। राहुल को इसके बारे में जानकारी थी। उसे जानकारी थी कि किडनी ट्रांसप्लांट के लिए घर में 25 से 30 लाख रुपए रखे हैं। इसी इरादे से राहुल ने 21 मई की रात वारदात को अंजाम दिया था। दोषी ने इस बात को स्वीकार भी किया था।
                      हत्या का आरोपी राहुल


21 मई 2013 की रात हुआ था सामूहिक नरसंहार
घंटाघर कोतवाली क्षेत्र में नई बस्ती में खल चूरी एवं प्रॉपर्टी कारोबारी सतीश चंद गोयल का परिवार रहता था। 21 मई 2013 की रात सतीश चंद गोयल, पत्नी मंजू गोयल, पुत्र सचिन गोयल, बहू रेखा, पौत्र अमन, हनी और पौत्री मेघा की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी।

सामूहिक हत्याकांड की जानकारी सबसे पहले कंपाउंडर को हुई, जो सतीश चंद गोयल को किडनी की बीमारी के चलते इंजेक्शन लगाने के लिए 22 मई की सुबह घर आया था। कंपाउंडर ने मोहल्ले वालों के साथ ही पुलिस को घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस जांच-पड़ताल में जुट गई।
 

40 पन्नों की चार्जशीट, 28 थे गवाह
जिला शासकीय अधिवक्ता राजेश चंद्र शर्मा ने बताया, अगस्त 2013 में इस मामले में पुलिस ने करीब 40 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में पेश की थी। नवंबर 2013 में यह केस कोर्ट में ट्रायल पर आ गया। इस मामले में अभियोजन पक्ष ने कुल 28 गवाह पेश किए।

बहस पूरी होने के बाद एडीजे-19 कोर्ट ने 30 जुलाई 2022 को राहुल वर्मा को दोषी करार दिया था। एक अगस्त की दोपहर कोर्ट ने इस मुकदमे में अपना फैसला पढ़ना शुरू किया। अदालत ने इस मामले के एकमात्र दोषी राहुल वर्मा को सामूहिक हत्याकांड का दोषी पाते हुए फांसी की सजा सुनाई है।
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