रिपोर्ट :- अजय रावत

गाजियाबाद :- मुरादनगर हैंडलूम पावर एसोसिएशन के अध्यक्ष सतपाल चौधरी ने आरोप लगाया कि एक तरफ प्रदेश की योगी सरकार भू माफियाओं के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के फरमान दे रही है, वहीं दूसरी ओर मुरादनगर क्षेत्र के रहने वाले भूमाफिया राधे कृष्ण अरोड़ा पुत्र जयप्रकाश अरोड़ा के खिलाफ जिलाधिकारी के आदेश के बाद भी आज तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।  

सतपाल चौधरी ने यह आरोप पत्रकारों से बातचीत करते हुए लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि मुराद नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन के पति राधे कृष्ण अरोड़ा अपराधिक प्रवृति के हैं। उन्होंने गांव उखलारसी की सरकारी भूमि को कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर प्लाटिंग कर बेच दिया। इस मामले की शिकायत करने पर प्रशासन ने जांच के बाद जमीन खाली कराकर राधे कृष्ण अरोड़ा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए गए। लेकिन कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई। 19 अगस्त 2021 में जिलाधिकारी ने राधे कृष्ण अरोड़ा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए लेकिन सत्ता के संरक्षण में पल रहे भू माफिया के खिलाफ आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई, जबकि लगातार पुलिस प्रशासन को भू माफिया के खिलाफ शिकायत की गई। 

बसपा व सपा सरकार के कार्यकाल में भी उसने सत्ताधारी नेताओं से सांठगांठ कर जमीन बेचकर कमाई की। यही नहीं खसरा नंबर 41 व 284 ग्राम उखलारसी में सरकारी नाले को पाटकर राधे कृष्ण अरोड़ा ने अवैध प्लाटिंग की। जिसकी शिकायत पूर्व जिलाधिकारी विमल कुमार शर्मा से की गई थी इस मामले में मुकदमा भी दर्ज हुआ लेकिन पुलिस व सत्ताधारी नेताओं से सांठगांठ कर उस मामले में एफआर लगा दी गई। सतपाल चौधरी ने आरोप लगाया कि वर्ष 2013 में राधे कृष्ण अरोड़ा ने उन्हें जान से मारने की कोशिश की जिसमें 21 जुलाई 2013 को धारा 120 बीए 307 का मुकदमा पंजीकृत हुआ। उन्होंने बताया कि सपा बसपा के बाद अब यूपी में सत्ता धारी भाजपा पार्टी के नेताओं से मिलकर वह तमाम अनैतिक कार्यों में संलिप्त है।उन्होंने पुलिस प्रशासन से खुद की जान को खतरा बताते हुए राधे कृष्ण अरोड़ा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
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