रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद :-
जनपद गाजियाबाद में नगर निगम की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां कोरोना संक्रमित एक कारोबारी का अधजला शव मशीन में फंसा रहा।दरअसल, मृतक के अंतिम संस्कार के लिए उसके शव को शहदाह मशीन में रखा गया था अभी शव आधा ही जला था कि अचानक मशीन खराब हो गई। मामला तूल पकड़ने पर मशीन दुरुस्त हुई तो 30 घंटे के बाद दाह संस्कार पूरा हो सका। इस बीच परिवार वाले भूखे प्यासे श्मशान में डटे रहे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इंदिरापुरम के एटीएम सोसायटी के रहने वाले 58 साल के कारोबारी की कोरोना वायरस के चलते सोमवार की शाम मौत हो गई थी। कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत उनके शव का अंतिम संस्कार होना था। मंगलवार को हिंडन स्थित श्मशान घाट पर शव लाया गया। सुबह 11 बजे दाह संस्कार की प्रक्रिया शुरू हुई और विद्युत मशीन में रखा गया। लेकिन आधा शव जलने के बाद मशीन में तकनीकी खराब आ गई। परिजनों ने शव को सामान्य प्रक्रिया (चिता पर) से अंतिम संस्कार करने की मांग की, लेकिन शव मशीन में था और कोरोना के संक्रमण का खतरा था, इसलिए ऐसा नहीं किया गया।
मामले की जानकारी नगर निगम को दी गई। लेकिन, बुधवार दोपहर तक मशीन ठीक नहीं कराई गई। मामले की जानकारी जो डीएम को दी गई तो उनके आदेश पर मशीन सही कराई गई। इसके बाद दाह संस्कार पूरा हो सका। परिवार वालों के अनुसार, बुधवार दोपहर बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया। करीब 30 घंटे तक शव मशीन में रखा रहा।