रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद:-
       विश्व ब्राह्मण संघ के प्रवक्ता बी के शर्मा हनुमान ने कहा कि ब्राह्मण और संत की कोई जात नहीं होती वह एक दूसरे के पूरक होते हैं संस्कार ही इनकी पहचान होती है जिन लोगों को न तो इतिहास का ज्ञान है और न धर्म या संस्कारों का ऐसे लोग फालतू की बकवास करके अपने को उच्च कोटि का विद्वान सिद्ध करने का प्रयास करते हैं बहुत वर्षों से इस देश में ब्राह्मणों को गाली देने का चलन सा बन चुका है फिल्म इंडस्ट्रीज में फिल्मों में ब्राह्मण को झूठा कपटी लंपट लोगों को धर्म के नाम पर ठगने वाला इत्यादि इत्यादि जितनी भी बुराइयां हो सकती है उस उन से परिपूर्ण दिख जाता है और हम मनोरंजन के नाम पर पैसा खर्च करके ताली बजा कर चले आते हैं कभी हमारे जेहन में यह बात आई कि इन चीजों का हमारी भावी पीढ़ी पर क्या असर होगा हम चुप रहे और हमारी चुप्पी  का फायदा लेकर लोगों ने ब्राह्मणों के खिलाफ अंनग्रल  बोलना शुरु कर दिया साहित्य से हम गायब होते जा रहे हैं हमारे बच्चे हमारा अतीत पढ़ने के लिए तैयार नहीं वामपंथी और अन्य ब्राह्मण विरोधी अब प्रचार में लगे हैं कि ब्राह्मण इस देश के मूल निवासी नहीं हम चुप हैं और हो सकता है कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के दिमाग में यह अनगरल प्रचार फिटने हो जाए ब्राह्मण विरोधियों की ढाल बनती जा रही है ए विप्र बंधु अभी भी वक्त है संभल जाओ वरना आने वाले वर्षों में भारत में लिप्त प्रजाति बन कर रह जाओगे आज साधु संतों की हत्या हो रही है ब्राह्मणों की हत्या हो रही है संस्कृत व संस्कृति की हत्या हो रही है गौ गंगा की हत्या हो रही है चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है हम अपनी संस्कृति को बचाने के लिए ब्राह्मणों व संतों को आगे आना होगा और और विश्व में फैली आपत्तिजनक बातों को हमें लुप्त करना होगा और फिर से हमें दान देना व लेना, शिक्षा लेना व देना, यज्ञ करना व कराना, अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए अपने धर्म पर चलना होगा हमारा उद्देश्य है धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो, गौ माता की जय हो, हर हर महादेव
Previous Post Next Post