रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद :-
        हिंडन नदी स्थित श्मशान घाट को लेकर चल रहे विवाद पर विश्व ब्राह्मण संघ के  प्रवक्ता बीके शर्मा हनुमान ने बयान जारी किया है। दरअसल कविनगर से पार्षद मोनिका मित्तल के पति हिमांशु मित्तल ने श्मशान घाट पर लकड़ी बेचने और मंदिर को हटाने के बारे में शिकायत की थी। शहर के कई लोगों ने हिमांशु मित्तल के इस कदम का विरोध किया है।  विश्व ब्राह्मण संघ के प्रवक्ता बीके शर्मा हनुमान ने बयान जारी कर कहा कि शमशान घाट पर आदि काल से ही लोग अंतिम संस्कार के बाद स्वेच्छा से मूल्य देते आए हैं। पौराणिक कथाओं में राजा हरिश्चंद्र का जिक्र आता है जिन्होंने अपने पुत्र का अंतिम संस्कार करने के लिए भी अपनी पत्नी से मूल्य मांगा था। श्मशान घाट के आसपास मंदिर हिंदू परंपरा का हिस्सा है। श्मशान घाट की देखरेख करने वाले लोग वहीं से अपनी आजीविका चलाते हैं। श्मशान घाट पर बने मंदिरों पर आने वाला चढ़ावा दान और अंतिम संस्कार कराने के रूप में मिलने वाले पैसे से ही वहां के लोगों के घर चलते हैं। बीके शर्मा हनुमान ने कहा कि देश के सभी मंदिर सार्वजनिक स्थल पर ही बने हैं। ऐसे में किसी व्यक्ति द्वारा यह कहना की शमशान घाट पर बना मंदिर सार्वजनिक स्थल पर है इसलिए उसे हटाया जाए यह पूरी तरह गलत है। लेकिन अंतिम संस्कार कराने वाले लोगों का अधिकार छीनने का किसी को हक नहीं है। उन्होंने पार्षद पति के सवालों को निराधार बताया है। बीके शर्मा हनुमान ने कहा की शमशान घाट पर व्यवस्था देखने वाले मनीष पंडित सरल स्वभाव के व्यक्ति हैं शहर का कोई भी व्यक्ति उनको फोन करके अंतिम संस्कार के लिए मनमाफिक और उचित व्यवस्था करा लेता है जिसको लेकर मनीष पंडित ने किसी को निराश नहीं किया है। उन्होंने कहा श्मशान घाट जैसी जगह को लेकर राजनीति सही नहीं है। विश्व ब्राह्मण संघ के प्रवक्ता बी के शर्मा हनुमान ने कहा कि शहर गाजियाबाद ही नहीं पूरे विश्व में अगर किसी भी मंदिर को तोड़ने की बात या मंदिरों के प्रति गलत धारणा या ब्राह्मणों संतो के प्रति गलत सोच रखने वाले को बख्शा नहीं जाएगा
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