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लखनऊ :- भारत सरकार के सहयोग से उत्तर प्रदेश पुलिस को और अधिक आधुनिक स्वरूप दिये जाने का प्रस्ताव राज्य सरकार द्वारा तैयार किया गया है। इसके तहत पुलिस को अत्याधुनिक उपकरण, वाहन आदि उपलब्ध कराये जायेंगे। पुलिस बल की आधुनिकीकरण योजना के तहत वर्ष-2021-22 के लिए 105.31 करोड़ के प्रस्ताव को आज राज्य स्तरीय प्राधिकार समिति द्वारा अनुमोदन प्रदान किया गया है।       


राज्य के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी की अध्यक्षता में आज कमाण्ड सेन्टर, लोक भवन में राज्य स्तरीय प्राधिकार समिति की बैठक सम्पन्न हुयी। पुलिस बल के आधुनिकीकरण योजना के तहत प्रस्तावित किये गये इस 105.31 करोड़ रूपये की धनराशि में से 63.19 करोड़ भारत सरकार तथा 42.12 करोड़ रूपये राज्य सरकार द्वारा दिये जायेगे। उल्लेखनीय है कि इस परियोजना के तहत भारत सरकार द्वारा केन्द्रांश के रूप में 60 प्रतिशत तथा प्रदेश सरकार द्वारा राज्यांश के रूप में 40 प्रतिशत की धनराशि प्रदान की जाती है।       

बैठक में पुलिस विभाग के लॉजिस्टिक मुख्यालय द्वारा तैयार किये गये उक्त प्रस्ताव को गृह मंत्रालय को प्रेषित किये जाने की मंजूरी प्रदान की गयी है। बैठक में पुलिस महानिदेशक, वित्त व नियोजन विभाग के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।  उल्लेखनीय है कि भारत सरकार से मिले निर्देशों के क्रम में प्रदेश के पुलिस विभाग के लॉजिस्टिक मुख्यालय द्वारा दूरदर्शी प्लान तैयार किया गया है। इसके तहत चार वर्षीय प्रास्पेक्टिव प्लान, दो वर्षीय सप्लीमेन्टरी प्लान, वर्ष-2021-22 में प्रस्तावित उपकरणों का प्रस्ताव, सप्लीमेन्टरी प्लान तथा 2021-22 में केन्द्रांश एवं राज्यांश के सापेक्ष प्रस्तावित उपकरणों का विवरण उपलब्ध कराया गया है।       

पुलिस बल के आधुनिकीकरण की इस योजना के तहत पुलिस की संचार प्रणाली की बेहतरी के लिए डिजिटल वीएचएफ ,स्टैटिक/मोबाइल रेडियो सेट सभी सहवर्ती उपकरणों सहित तथा डिजिटल वीएचएफ हैण्ड हेल्ड रेडियों सेट सहवर्ती उपकरणों सहित क्रय किये जाने हैं। पुलिस आधुनिकीकरण की इस योजना के तहत थानों की पुलिस को और आधुनिक स्वरूप दिये जाने के लिए जरूरी उपकरण एवं उसके सहवर्ती उपकरणों सहित यथा बॉडी वार्म कैमरा, ड्रोन, पोस्टमाटर्म किट्स, महिला सुरक्षा उपकरणों के तहत महिलाओं के लिए फुल बॉडी प्रोटेक्टर क्रय किये जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके अलावा सुरक्षा सम्बन्धी कार्यों के लिए डीएफएमडी मल्टीजोन व सिंगल जोन, एक्सप्लोसिव वेपर डिटेक्टर, एनएल जेडी लिया जाना है। एटीएस के लिए फॉरेंसिक उपकरण यथा उच्च स्तरीय फॉरेंसिक डाटा केन्द्र, डीवीआर इक्जामिनर, फॉरेंसिक वीडियों एवं चित्र की पहचान के लिए एवं उसके विश्लेषण सम्बन्धी जरूरी उपकरण सोशल मीडिया के विश्लेषण सम्बन्धी साफ्टवेयर, सीडीआर/आईपीडीआर एनालिसिस टूल्स की व्यवस्था प्रस्तावित है।      

एसटीएफ के लिए स्मॉल वेपन, ग्लॉक 19 पिस्टल, सी जेड स्कॉरपियन सब मशीनगन, एस सी 86 थन्डरबोल्ट स्नीफर राइफल की व्यवस्था की जानी है। एसटीएफ एवं एटीएस के लिए प्रशिक्षण के लिए जरूरी उपकरण भी आधुनिकीकरण योजना के तहत क्रय किये जाने है। थानों और जिलो में भी पुलिस के लिए जरूरी उपकरण इस योजना के तहत क्रय किये जाने हैं, जिसमें मीडियम व्हीकिल प्रिजन वैन, बडे वॉटर कैनन, छोटे मॉब कण्ट्रोल व्हीकिल की व्यवस्था पुलिस आधुनिकीकरण योजना के तहत किया जाना प्रस्तावित है।
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