रिपोर्ट :- अजय रावत


गाज़ियाबाद :- ओलंपिक दिवस (आज ही के दिन 1894 मे ओलंपिक कमेटी की स्थापना हुई थी) पर सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी (सुभास  पार्टी) की खेलकूद प्रकोष्ठ की एक विशेष बैठक सचिन त्यागी जिला अध्यक्ष खेलकूद प्रकोष्ठ सुभाष भाटी के नेतृत्व में आयोजित की गई।जिसमें स्कूलों में कार्यरत शारारिक  शिक्षक, क्रीडा कोच व विभिन्न स्टेडियमों में कार्यरत कोच, खेलकूद अकैडमी चलाने वाले क्रीडा कोचों की आजीविका पर चर्चा की गई।

बैठक को संबोधित करते हुए सुभाष पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने कहा खेलकूद प्रशिक्षण अर्थात खेलकूद कोच हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है इनके बिना हमारा शारीरिक मानसिक विकास संभव नहीं है, हमें अपने कोचों की सुविधाओं का ध्यान रखना चाहिए। सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी संयोजक सतेन्द्र यादव ने कहा कि एक तरफ हम आज ओलंपिक दिवस मना रहे हैं और दूसरी तरफ ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को भेजने वाले कोच, उनके ट्रेनर ,खिलाड़ियों के शिक्षकों की बुरी हालत है जिस तरफ हम लोग ध्यान नहीं दे रहे हैं। जहां धीरे-धीरे सभी गतिविधियों को लोक डाउन के बाद शुरू कर दिया गया है वहां आज भी स्वास्थ्य और स्वास्थ के रखवाले शिक्षकों कोचों के लिए दरवाजे आज भी बंद रखे गए हैं, 

जबकि सर्वप्रथम हमें  व्यायाम क्रीडा खेलकूद आदि को प्रारंभ कराना था जिससे कि हमारा शरीर मजबूत होता और हमारी इम्यूनिटी पावर बढ़ती है जबकि हो उल्टा रहा है सर्वप्रथम सरकार द्वारा शराब की दुकानें खोली गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए सुभाष पार्टी के खेलकूद प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष सचिन त्यागी ने कहा हमारे भारत में बहूत सारे खेल प्रशिक्षक है जिनकी  रोज़ी रोटी उनके स्कूल या क्लब चलने से चलती है परंतु आज फिर से सरकार की तरफ से एक आदेश आया है कि जिमखाने, खेल की सभी स्टेडियम खेल संस्थान बंद रखे गए हैं। खेल के कोच देश का हिस्सा हैं खेल के किसी भी कोच को किसी ने नही  पूछा कि कोई दिक्कत तो नही है किसी ने भी खेल शिक्षकों के लिए कूच नही किया। हमारे भी बच्चे है हमे भी भूख लगती है। 

जिन स्कूल मे कोच शिक्षक काम करते है उन स्कूल वालों ने ये बोलकर निकाल दिया अभी स्कूल बंद है, ऑनलाइन क्लास चल रही है अभी खेलों की  जरूरत नही है। जबकि छात्रों से फीस वसूली जा रही है ,हमारी कराटे अकादमी है उस अकादमी के मालिक बोलता है खाली कर दो जिसको हमने अपना खून पसीना बहा के बनाया उसकी पहचान बनाई अब उसे बर्बाद होता कैसे देख सकते हैं। पिछली साल भी बेरोजगार कर दिया इस साल भी आखिर जाएं तो कहां जाए, खेलों के टीचर आखिर क्या करें। हम सभी खेल प्रशिक्षक इस बैठक के माध्य्म से खेल प्रशिक्षकों की परेशानी सरकार तक पहुचाना चाहते हैं और सरकार से गुजारिश करना चाहते हैं कि अपना ध्यान खेल प्रशिक्षको की ओर भी दें, 

इनके हित में प्रत्येक प्रशिक्षक को परिवार चलाने के लिए अनुदान राशी प्रदान करें क्योंकि ये देश के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते ओर भारत के झंडे को दूसरे देशों में ऊंचा करके आते है। बैठक को संबंधित करते हुए क्रोसबो शूटिंग एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कौशिक ने कहा कि एक सैनिक और दुसरे खिलाड़ी ही ऐसे दो शख्स है जो देश का झंडा बुलंद करने के लिए जी जान लगा देते है,और यहां पर खिलाडियों को तराशने वाले उनके गुरुओं को भूखमरी के कगार पर खडा कर दिया गया है।

बैठक मे मुख्य रूप से गाजियाबाद क्राटे कोच नरेन्द्र सिंह, राजकुमार चौहान, कुशन सिंह रावत, चैतन्य हजारिका, मुसकान अंसारी, राजकुमार, प्रिया सिंह, राजीव मुंडेवाल, तुषार सिंह, उपस्थित रहे।
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