रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद :- दक्ष प्रजापति समाज के नेता सतपाल प्रजापति ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार में ओबीसी वर्ग के कई मंत्री अति पिछडी जातियों को अनुसूचित जाति वर्ग शामिल किये जाने बता करके पिछड़े समाज कोगुमराह करने पर लगे हैं। उन्होंने कहा कि यदि उत्तर प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार वास्तविक में अति पिछडों को आरक्षण का लाभ देना चाहती है तो इन सरकारों को जाट, गुर्जर, यादव जैसे 14 जातियों को अन्य पिछड़ा वर्ग से बाहर करना होगा।

सतपाल प्रजापति गुरुवार को सिहानी में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले कई दशक से अति पिछडों की जनगणना नहीं हुई है, जो केंद्र सरकार की अति पिछडों को लेकर भारी उपेक्षा ही है। प्रजापति ने कहा कि जब तक सरकारें सम्पन्न जाति अहीर, यादव, ग्वाला, यदुवंशी, कुर्मी, चनऊ, पटेल,  पटनवार,  कुर्मी-मल्ल, कुर्मी-सैथवार, गुर्जर, मुराव या मुराई व जाट बिरादरी को अन्य पिछड़ा वर्ग से बाहर नहीं किया जाता, तब तक अति पिछड़ी जातियों को आरक्षण का समुचित लाभ नहीं मिल सकता।

दक्ष प्रजापति समाज, सिहानी के अध्यक्ष बालकिशन प्रजापति ने कहा पिछडों की राजनीति करने वाले राजनेताओं को 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल कराने का शगूफा छोड़कर जमीनी हकीकत समझनी चाहिए। अति पिछडों को 21 नही पूरा 27 प्रतिशत आरक्षण चाहिये। पत्रकार वार्ता में सुभाष तंवर, हरिओम, गौरव सेन, लक्ष्मण, दीपक वत्स भी उपस्थित थे।
Previous Post Next Post