रिपोर्ट :- नासिर खान
लखनऊ :- भारत निर्वाचन आयोग ने कोरोना को देखते हुए विधान सभा चुनाव प्रचार के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी है। अब डोर टू डोर कैंपेन के लिए 10 की जगह 20 लोगों की इजाजत दे दी है। वहीं बैठक में 300 की जगह 500 लोग शामिल हो सकते है। वहीं चुनाव आयोग ने पहले चरण के प्रचार के लिए अब 500 की जगह 1000 लोगों की सभा की अनुमति दी है।
चुनाव आयोग की नई गाइडलाइन के अनुसार 11 फरवरी, 2022 तक किसी भी रोड शो, पद-यात्रा, साइकिल/बाइक/वाहन रैलियों और जुलूसों की अनुमति नहीं है। चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की अधिकतम 1000 व्यक्तियों (मौजूदा 500 व्यक्तियों के बजाय) या एसडीएमए द्वारा निर्धारित सीमा या जमीन की क्षमता के 50% के साथ (जो भी कम हो) निर्दिष्ट खुले स्थानों में फिजिकिल सार्वजनिक बैठकों की अनुमति दी है। घर-घर जाकर प्रचार करने के लिए अब 10 लोगों की जगह सुरक्षाकर्मियों को छोड़कर 20 लोगों को अनुमति दी । राजनीतिक दलों के लिए अधिकतम 500 व्यक्तियों (मौजूदा 300 व्यक्तियों के बजाय) या हॉल की क्षमता का 50% या एसडीएमए द्वारा निर्धारित निर्धारित सीमा की इनडोर बैठकों की अनुमति है।
बता दें कि कोरोन संक्रमण की वजह से भारत निर्वाचन आयोग ने पांचो राज्यों हो रहे चुनाव में रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। डोर टू डोर प्रचार करने की अनुमति दी है। यूपी, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच होंगे। मतों की गिनती 10 मार्च को की जाएगी।