रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद :- नगर निगम द्वारा सिद्धार्थ विहार मे जहां कूड़े के पहाड़ थे उस स्थान को पूर्ण रूप से समतल कर दिया गया वहां के कचरे का निस्तारण करते हुए खाद्य निकाली गई तथा आरडीएफ निकाला गया कचरा निस्तारण के उपरांत गाजियाबाद नगर निगम उद्यान विभाग द्वारा हजारों पौधे लगाने की तैयारी सिद्धार्थ विहार में चल रही है जिसका जायजा अधिकारियों सहित नगर आयुक्त द्वारा लिया गया।
कूड़े के पहाड़ वाले स्थान पर औषधियों के लहराएंगे वृक्ष-नगर आयुक्त
गाजियाबाद नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर द्वारा सिद्धार्थ विहार डंप साइट जहां पर कूड़े के पहाड़ नजर आते थे वहीं पर कूड़ा निस्तारण करते हुए स्थान को समतल कराते हुए लगभग 3 एकड़ भूमि पर कई हजार वृक्ष लगाने की तैयारी कराई जा रही है ताकि शहर के विजयनगर जोन में प्रथम चरण में लगभग 40 से 50 हजार पौधे लगाए जाएंगे जिससे शहर वासियों को लाभ प्राप्त होगा, नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि यहां की गंदगी से लोगों को राहत दिलाने के लिए और एक स्वस्थ सुंदर वातावरण देने के लिए गाजियाबाद नगर निगम द्वारा एक ऐसा वन तैयार किया जा रहा है जोकि हिंडन नदी के समीप स्थित है हरनंदी नगर वन रूप में प्रसिद्ध होगा जिससे क्षेत्रीय निवासियों को काफी लाभ मिलेगाl
मौके पर नगर आयुक्त द्वारा जायजा लिया गया जिसमें लगभग 10 हजार पौधे लगा दिए गए हैं उक्त स्थान पर अलग-अलग पैच बनाकर पौधारोपण किया जाएगा जिसमें अलग-अलग प्रकार के पौधे लगाए जाएंगे मुख्य रूप से औषधि के पौधे भी लगाए जाएंगे उक्त स्थान पर मिट्टी डालने का कार्य जोरों पर चल रहा है जिसके लिए संबंधित अधिकारी को नगर आयुक्त द्वारा निर्देश दिए गए कि समय रहते काम को बेहतर तरीके से किया जाए ताकि जल्दी ही पौधारोपण का कार्य आगे बढ़ाया जा सके।
शहर के हर हिस्से पर गाजियाबाद नगर निगम द्वारा अपनी नजर बनाए हुए हैं महापौर आशा शर्मा तथा नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर द्वारा पर्यावरण का विशेष ध्यान रखते हुए शहर को कचरा मुक्त बनाया जा रहा है साथ ही पौधारोपण पर भी गाजियाबाद नगर निगम का मुख्य रुप से ध्यान है जिस पर कार्यवाही तेजी से चलती दिखाई दे रही है निरीक्षण के दौरान मौके पर पोंद मैन रामवीर तथा नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश भी उपस्थित रहे जिनके द्वारा बताया गया कि कई स्वयंसेवक संस्थाओं द्वारा गाजियाबाद नगर निगम का सहयोग किया जा रहा है ताकि ऐसे क्षेत्रों में जहां कचरे का अंबार लगा हुआ था उनको खत्म कर वहां पर शहर हित के कार्य कराए जा सकेंगे।