रिपोर्ट :- विकास शर्मा

उत्तराखण्ड/हरिद्वार :- मातृ सदन आश्रम में स्वामी शिवानंद ने मां गंगा,हिमालय और उत्तराखंड की रक्षा हेतु अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन में देश विदेश के पर्यावरणविदो से एकजुट होकर बचाने का आह्वान किया है। हरिद्वार मातृ सदनआश्रम में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए स्वामी शिवानंद ने कहा कि गंगा, हिमालय और उत्तराखंड बचाने के लिए आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन में देश विदेश के लोग जुटे। मातृ सदन के स्वामी शिवानंद महाराज ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन में पारित किए गए प्रस्ताव को इस संकल्प के साथ केंद्र सरकार के पास भेजा गया है कि वह इस पर तत्काल कार्यवाही करें। जिसमें मोदी सरकार ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद के194 दिनों तक अनशन के समय जिन बातों को स्वीकार किया था।

जिसमें उन सभी चार परियोजनाओं को सिंगरौली भटवारी, फाटा व्यूंग, तपोवन विष्णुगाड, पीपलकोटी को तत्काल रुप से बंद करने और आने वाले सभी परिजनों को रद्द करने का आश्वासन दिया था। इसके साथ सानंद को दिए वादे के अनुसार गंगा में खनन बंद हो, गंगा की रक्षा के लिए निष्पक्ष भक्त परिषद एक्ट बने और गंगा एक्ट पास हो।‌ स्वामी शिवानंद ने कहा कि मातृ सदन को आशा है कि भारत सरकार के प्रधानमंत्री अपने वादे के अनुसार कार्य करेंगे, ऐसा नहीं होने पर मातृ सदन संघर्ष के लिए तैयार हैंउन्होंने जोशीमठ आपदा के लिए एनटीपीसी और एनएमसीजी को भी जिम्मेदार ठहराया।स्वामी शिवानंद ने उत्तराखंड सरकार को सूझाव देते हुए कहा कि उत्तराखंड में देवत्व को पुनः बहाल करें, गंगा को अविरल बहने दे।
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