रिपोर्ट :- विकास शर्मा
हरिद्वार :- त्योहारी सीजन के चलते मिलावटी खाद्य पदार्थ की रोकथाम हेतु खाद्य विभाग द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत उत्तराखंड राज्य के खाद्य सुरक्षा अपर सचिव अनुराधा पाल द्वारा खाद्य विभाग को राज्य के सीमावर्ती इलाकों पर मिलावटी दुग्ध व अन्य खाद्य पदार्थों की रोकथाम के लिए सभी जिले के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए। खाद्य सुरक्षा अपर सचिव अनुराधा पाल ने खाद्य सुरक्षा विभाग अधिकारियों की बैठक कर मिलावटी खाद्य पदार्थों की रोकथाम हेतु आवश्यक की दिशा निर्देश दिए। जिसके अंतर्गत खाद्य विभाग द्वारा खाद्य विक्रेताओं को फूड लाइसेंस को अनिवार्य कर दिया है। मिठाई विक्रेताओं को मिठाई पर अंकित निर्माण तिथि को भी अनिवार्य कर दिया गया है।
त्योहारी सीजन तथा दीपावली अवसर पर हरिद्वार नगरी में खाद्य विभाग द्वारा खाद्य पदार्थ में मिलावट खोरी की रोकथाम हेतु आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। खाद्य सुरक्षा अधिकारी एम एन जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य की सीमावर्ती इलाकों से मिलावटी मावा, पनीर तथा अन्य दुग्ध पदार्थ की रोकथाम हेतु टीमों का गठन कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। जिसके अंतर्गत व्यापारियों और जनता को भी जागरूक किया जा रहा है। व्यापारियों को फूड लाइसेंस अनिवार्य कर दिया गया है तथा जुर्माने की कार्यवाही सुनिश्चित की गई है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी योगेन्द्र पांडे के अनुसार खाद्य विभाग द्वारा टीमों का गठन करके जिले के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में छापेमारी कर खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए जा रहे हैं ताकि जनता को गुणवत्ता की मिठाइयां और खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो सके। पुराने रानीपुर मोड़ स्थित बीकानेर मिष्ठान भंडार के स्वामी तेज सिंह पुरोहित ने अभियान का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह के अभियान से जनता को शुद्ध और गुणवत्ता वाली मिठाइयां व खाद्य सामग्री उपलब्ध हो सकेगी। बीकानेरी मिठाइयां अपनी शुद्धता और गुणवत्ता के लिए देशभर में प्रसिद्ध है। बीकानेरी खाद्य पदार्थ जनता में खासे लोकप्रिय हैं। हमारे बीकानेर मिष्ठान भंडार के चारों प्रतिष्ठानों में गुणवत्ता और शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है। इससे मिलते-जुलते वाले प्रतिष्ठानों में मिठाई की गुणवत्ता में गड़बड़ी की आशंका पर इस प्रकार की कार्यवाही से काफी हद तक रोकथाम की जा सकेगी।
इस तरह की अभियान से जनता को गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थ व मिठाइयां उपलब्ध हो सकेगी। कुछ प्रतिष्ठान मिलते जुलते प्रतिष्ठानों का भ्रामक प्रचार कर निम्न स्तरीय खाद्य पदार्थों का निर्माण कर जनता के विश्वास को छलते हैं। इस तरह की कार्यवाही से मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोकथाम लग सकेगी। खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा हरिद्वार के रानीपुर क्षेत्र व कनखल क्षेत्र के प्रतिष्ठानों से मावा, पनीर, मिठाईयां तथा दालो, केक आदि के सैंपल लेकर जांच हेतु भेजे गए हैं।