रिपोर्ट :- सिटी न्यूज़ हिंदी
गाजियाबाद :-
संजय नगर स्थित जिला संयुक्त अस्पताल में बनाये गए प्राथमिक कोविड -19 लेवल-2 चिकित्सा कर्मियों की भारी कमी से जूझ रहा है। कई डॉक्टरों ने कोविड -19 ड्यूटी से ज्यादा उम्र या खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए खुद को इससे दूर कर लिया है। इसके लिए लखनऊ से नौकरशाही दबाव भी बनाये जाने की बात सामने आ रही है।
100 बेड वाले इस आइसोलेशन सेंटर के लिए कुल 26 डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है लेकिन उनमें से केवल 12 ही यहां रोगियों की देखभाल कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि कुछ डॉक्टरों ने तो लखनऊ में बैठे अपने नौकरशाही कनेक्शन के जरिये खुद को इस ड्यूटी से दूर रखने के लिए दबाव बनाने का भी प्रयास किया है। यहां तक कि उन्होंने ऐसी जगहों पर ट्रांसफर के लिये जुगत भिड़ाई जहां कोविड़ -19 से संक्रमित होने की संभावना कम है। जानकारी के मुताबिक दूसरे जिलों के 10 डॉक्टरों को कोविड की ड्यूटी पर बुलाया गया था। अस्पताल के लेवल-दो कोविड की सुविधा के बाद यह मुद्दा पहली बार सामने आया था। सूत्रों ने बताया कि शुरू में पांच डॉक्टरों ने शीर्ष अधिकारियों को गंभीर बीमारियों का हवाला देते हुए ड्यूटी से छूट की मांग की। तब से, सूची बड़ी हो गई है। आरोप है कि कोविड -29 ड्यूटी पर रखे गए कुछ डॉक्टर आइसोलेशन वार्ड के अंदर जाने के बजाय वार्ड के बाहर नर्सों से बात करके मरीजों की स्थिति की निगरानी कर फोन पर दवाएं लिख रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक नरेश विज ने बताया कि अस्पताल डॉक्टरों की भारी कमी का सामना कर रहा है। उन्होंने दबाव की बात से इंकार करते हुए कहा कि जिन लोगों को कोविड ड्यूटी से हटाया गया था और अन्य काम दिए गए थे, वे सभी 55 वर्ष से अधिक उम्र के थे।