जिस पार्टी को नाकारा वह --या --जो सत्ता में बैठी सरकार किसको माने ?
     महामहिम जी-- आप जिस स्टेज से उठकर देश के सर्वोच्च पद पर आए हो --आप से ज्यादा भारत देश के( गरीब-- मजदूर --किसान--- शोषित-- जरूरतमंद की आवाज को कौन समझ सकता है
   महामहिम जी-- मैं इंदरजीत सिंह टीटू-- 135 करोड़ में से एक समाज सेवा --राजनीति में आस्था रखने वाला एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं
       आज की ताजा हालात को देखते हुए आपसे अपने मन की व्यथा कहना चाह रहा हूं की --135 करोड़ जनता बड़ी दुविधा में कि 70 साल  देश पर राज करने के बाद जिन को नाकारा वह ठीक है  ? या जो सत्ता में बैठे हैं वह ठीक है  ?
    हर स्टेट वाला अपने अपने हिसाब से (गरीब -मजदूर जरूरतमंद- शोषित -किसान को चला रहा है पूरा देश इस टाइम महामारी से पीड़ित है इस समय सहारे की जरूरत है समझ नहीं पा रहा है आमजन किसको अपनी बात कहें कोई आंकड़ों से डरा रहा है कोई आंकड़े छुपा रहा है सभी अखबार टीवी चैनल अपनी अपनी बात कह रहे हैं आम आदमी किसकी बात पर विश्वास करें 
     देश महामारी के साथ-साथ (अर्थव्यवस्था चौपट की मार झेल रहा है ---व्यापारी का व्यापार खत्म हो चुका है ---मध्यमवर्ग खर्चों से पीड़ित है ---किसान अलग दुखी है --मजदूर काम के लिए दुखी है --इस समय सहारे की जरूरत है इससे बड़ी आपदा जीवन में हो नहीं सकती इस समय आपका सहारा देना अति अनिवार्य है 
        आप ऐसे पद पर है जहां राजनीति आड़े नहीं आती इस समय आपकी इंवॉल्वमेंट और आपका देश के नाम एक संबोधन 135 करोड़ जनता को बचा सकता है
     इंदरजीत सिंह टीटू राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ता

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