रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद :-
         कोरोना संकमण से जनपदवासियों को बचायें रखने में जिला प्रशासन कोई कोताही नही बरतना चाहता है, जिसके लिए प्रशासन जनपद में प्राथमिकता पर लॉक डाऊन को और अधिक प्रभावी / सख्ती से लागू करा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना वायरस ( कोविड -19 ) को लेकर जारी गाईडलाईन जिसके अन्तर्गत जनपद के समस्त सरकारी कार्यालयों को अधिकारियों / कर्मचारियों की 100 प्रतिशत हाजिरी के साथ कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों का पालन करते हुए खोले जाने के निर्देश दिये है । इसके कम में आज जिलाधिकारी गाजियाबाद अजय शंकर पाण्डेय ने कलेक्ट्रेट का निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान उन्होंने के समस्त कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में जानकारी दी । इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि इस वैश्विक एक साथ मिलकर इसको हराना है और आगे बढ़ना है । यह कठिन ज़रूर है , परन्तु नामुमकिन नही । इस अवसर पर उन्होंने स्वयं कर्मचारियों के पटल पर जाकर कर्मचारियों को फेस शील्ड एवं ग्लब्स बांटे । उन्होंने सभी से कहा कि प्रत्येक कर्मचारी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें , ताकि वह स्वयं को और अपने आसपास अन्य लोगों को भी इस वैश्विक महामारी से सुरक्षित रखें । प्रायः यह देखा जाता है कि कर्मचारियों की लाईन लगवाकर उन्हें फेस मास्क , ग्लब्स इत्यादि उपकरण कोरोना से बचने के लिए बांटे जाते है , परन्तु जनपद गाजियाबाद ऐसा पहला जिला है , जहाँ जिलाधिकारी ने कोरोना संक्रमण की परवाह किये बिना अपने कर्मचारियों के पटलों पर स्वयं जाकर उन्हें कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु फेस शील्ड , ग्लब्स उपलब्ध कराये है । इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी जयनारायण गुप्ता , संत कुमार गोला , के 0 के 0 शर्मा , वीर सिंह सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहें । प्रशासनिक अधिकारी जयनारायण गुप्ता ने कहा कि जिलाधिकारी के कर्मचारियों के साथ इस लगाव को देखकर इससे हम कर्मचारियों में एक प्रेरणा आयी है । संत कुमार गोला वरिष्ठ लिपिक ने कहा कि जिलाधिकारी कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों से परिवार के सदस्यों की तरह उनका ख्याल रखते है । जिलाधिकारी को देख कर्मचारियों में कोरोना के डर के बिना कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शासकीय कार्य करने की प्रेरणा मिली है । महामारी से हमें इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने कलेक्ट्रेट में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने हेतु 06 अफसरों की जिम्मेदारी तय करते हुए इन्हें " ड़े - अफसर " का नाम दिया है । जिलाधिकारी ने बताया कि प्रत्येक दिन कलेक्ट्रेट में कोरोना प्रोटोकॉल का अनुपालन कराने की ज़िम्मेदारी उस दिन के डे - अफसर की होगी । इसके लिए एक रोस्टर तैयार किया गया है । रोस्टर के अनुसार प्रत्येक दिवस कलेक्ट्रेट परिसर में सेनेटाईजेशन , कर्मचारियों द्वारा फेस मास्क पहनन डिस्टेंसिंग का पालन कराना एवं कोरोना प्रोटोकॉल का अनुपालन कराना सम्बन्धित दिवस के ड़े - अफसर का दायित्व होगा । जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी एवं अन्य समस्त कार्यालयाध्यक्षों को भी पत्र प्रेषित कर अपने कार्यालयों में डे - अफसर नियुक्त कर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये है ।
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