रिपोर्ट :- सिटी न्यूज़ हिंदी
  

बिजनेस :-
       कभी दुनिया के छठे अमीर शख्स रहे अनिल अंबानी को अब अपना हेडक्वॉर्टर गंवाना पड़ा। लोन डिफॉल्ट को लेकर यस बैंक (Yes Bank) ने अनिल अंबानी के धीरूभाई अंबानी ग्रुप (ADAG) के मुंबई में स्थित मुख्यालय रिलायंस सेंटर पर अपना कब्जा कर लिया है। येस बैंक ने बताया कि उसने मुंबई के सांताक्रूज इलाके में स्थित 21,000 स्क्वेयर फीट के अनिल अंबानी के मुख्यालय को कब्जा कर लिया है। इसके अलावा बैंक ने दक्षिण मुंबई में स्थित नागिन महल के भी दो फ्लोर को अपने नियंत्रण में ले लिया। बैंक ने SARFESI ऐक्ट के तहत 22 जुलाई को यह कार्रवाई की गई। अनिल अंबानी की ओर से 2,892 करोड़ रुपए का कर्ज न दे पाने के बाद बैंक ने यह कार्रवाई की है।

कार्रवाई से पहले 60 दिन का नोटिस
यस बैंक भी खुद इस समय संकट से जूझ रहा है। बैंक पर बैड लोन का बहुत बड़ा बोझ है जिसे हल्का किया जा रहा है। वहीं अनिल अंबानी ग्रुप पर कंपनी का करीब 12 हजार करोड़ का बकाया है। बैंक ने कहा कि उसने इस कार्रवाई से पहले रिलायंस ग्रुप को 60 दिनों का नोटिस जारी किया था, जिसकी मियाद 5 मई को समाप्त हुई। बैंक ने कहा कि कंपनी रीपेमेंट करने में फेल रही जिसके बाद SARFAESI Act 2002 के तहत बैंक ने यह कार्रवाई की।

ED ने दायर की चार्जशीट
मई में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व डायरेक्टर राणा कपूर, उनकी बेटियों रोशनी कपूर, राधा कपूर और राखी कपूर के खिलाफ यस बैंक फ्रॉड केस में चार्जशीट दाखिल की थी। इसके अलावा चार्जशीट में मॉर्गन क्रेडिट्स, यस कैपिटल और Rab इंटरप्राइजेज का भी जिक्र किया गया था। फिलहाल यस बैंक के निदेशक के तौर पर प्रशांत कुमार कामकाज संभाल रहे हैं। इससे पहले प्रशांत कुमार भारतीय स्टेट बैंक के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर थे। प्रशांत कुमार ने 36 सालों तक SBI में अपनी सेवाएं दी थीं।

अर्श से फर्श पर अनिल अंबानी
अनिल अंबानी 2008 में कभी दुनिया के रईसों की लिस्ट में छठे नंबर पर था लेकिन धीरे-धीरे वह अर्श से फर्श पर आते गए। टेलिकॉम, पावर और एंटरटेनमेंट सेक्टर में बड़े घाटे के चलते लगातार कर्ज के दलदल में फंसने के कारण अनिल अबानी की संपत्तियां तक बिक गईं। इसी साल फरवरी में ब्रिटेन में लोन के ही एक केस की सुनवाई के दौरान अनिल अंबानी ने अपनी नेटवर्थ जीरो बताई थी।
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