रिपोर्ट :- गजेंद्र रावत
नई दिल्ली :-
भारत के पूर्व राष्ट्रपति व भारत रत्न प्रणब मुखर्जी का निधन हो गया है। उनके निधन की खबर सुनते ही पूरे देश मे शोक की लहर दौड़ गई है। पूर्व राष्ट्रपति के सम्मान में देशभर में सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि इस दौरान देशभर में झंडे आधा झुके रहेंगे। बताया जा रहा है कि मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में ही होगा।
मुखर्जी का पार्थिव शरीर मंगलवार की सुबह अस्पताल से घर लाया जाएगा, जहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे और उनके पार्थिव शरीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर सकेंगे। उनके निधन पर देश विदेश के लोग शोक व्यक्त कर रहे हैं। लगभग सभी राजनीतिक दलों के नेता, फिल्मी हस्तियां और खेल जगत से लेकर आम लोग भी प्रणब मुखर्जी के मौत पर गमगीन हैं। बता दें कि प्रणब मुखर्जी को दुनिया के सबसे अच्छे वित्त मंत्री का खिताब मिला था। दशकों तक कांग्रेस पार्टी के अहम चेहरा रहे मुखर्जी उन व्यक्तियों में शुमार थे जिन्हें लोगों ने स्टेट्समैन का तमगा दिया।
प्रणब मुखर्जी के जीवन से जुड़ी दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने दो बार भारत के वित्त मंत्री के रूप में जिम्मेदारी संभाली जिसमें 25 वर्षों का गैप रहा है। इतने लंबे समय अंतराल में जहां राजनेताओं का करियर खत्म हो जाता है वहीं उन्होंने इंदिरा कैबिनेट से लेकर मनमोहन कैबिनेट तक में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। वे उदारीकरण से पहले और बाद, दोनों ही दौर के सफल वित्त मंत्री रहे। आधी सदी के उनके राजनीतिक करियर पर आज विराम लग गया।