रिपोर्ट :- सिटी न्यूज़ हिंदी


गाजियाबाद :-
        कोई भी वस्तु बेकार नहीं होती है। यहां तक कि फटी जींस भी ना सिर्फ काम की साबित हो सकती हैए बल्कि सुंदरता में भी चार चांद लगा सकती है, आईडब्ल्यूपी की छात्राओं ने इसे साबित भी कर दिखाया है। 
उन्होंने फटी जींस ही नहीं पुरानी चूडियोंए मोतीए डोरीए पेपर आदि से फैशनेबल जूलरी बनाई है। इस जूलरी को पार्टी आदि में भी पहना जा सकता है। वजन में भी सह काफी हल्की है।
संस्थान की छात्रा शिखा बताती हैं कि उनसे बेकार वस्तुओं से उपयोगी वस्तुएं बनाने को कहा गया था। उनकी एक जींस फट गई थी जिसे वे फैंकने वाली थीं। उन्होंने इससे ही कोई फैशनेबल वस्तु बनाने की सोची तो दिमाग में आया कि क्यों ना इससे कोई जूलरी बनाई जाए। बस ब्रेसलेट व ईयर रिंग्स बना डाले। परिजनों को ब्रेसलेट व ईयर रिंग्स पसंद आए तो पुरानी डोरी से नेकलेस भी बना लिया। फिर इन सबको पहनकर अपनी फोटो फेसबुक व व्हाटसअप पर डाली तो सभी फ्रैंडस ने ना सिर्फ इस जूलरी को पसंद कियाए बल्कि उसको बनाने की विधि भी पूछी। डेनिम का फैशन हमेशा चलन में रहता है। इस कारण फटी जींस से बनी जूलरी भी फैशन से आउट नहीं होगी।
रिया त्यागी बताती हैं कि उन्होंने घर में पुरानी बेकार वस्तुएं तलाश की तो कुछ पुरानी चूडियां व मोती मिले। उन्होंने दो चूडियों को जोडा और उन्हें मोतियों से सजा दिया। इस प्रकार कडा बनकर तैयार हो गया। इसे हाथ में पहना तो काफी खूबसूरत लगा। फिर पुराने मल्टीकलर घागे से नेकलेस व रेश्मी धागे से ईयर रिंग भी बनाए। आसपास के घरों में रहने वाली मेरी व मम्मी की फ्रैंडस को भी ये पसंद आए और उन्होंने भी मुझसे कडेए नेकलेस व ईयर रिंग्स बनवाए।
संस्थान की संचालक खुश्बू अरोडा कहती हैं कि पुरानी बेकार वस्तुओं से फेशनेबल जूलरी बनाकर छात्राओं ने साबित कर दिया है कि कोरोना ने भले ही लोगों को घरों में कैद कर दिया होए मगर उन्हें कुछ नया करके दिखाने का मौका भी दिया है।
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