रिपोर्ट :- नासिर खान


लखनऊ :-
      उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर अपने चरम पर है। सरकार के हर संभव प्रयास के बाद भी यहां संक्रमण के नए मामलों में कोई राहत दिखती नजर नहीं आ रही। ऐसे में कोरोना के मामलों को लेकर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से चौका देने वाली रिपोर्ट सामने आई है। लखनऊ में एक तरफ जहां पॉश कॉलोनियों में रोज नए मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर इन कॉलोनियों से सटी मलिन बस्तियों में कोरोना का कोई असर दिखता नजर नहीं आ रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन बस्तियों में की गई कोरोना जांच में एक भी पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है। इस रिपोर्ट ने विभाग के अधिकारियों को हैरान कर दिया  है।

दरअसल, बीते 19 नवंबर को लखनऊ के अलीगंज, इंदिरानगर, फैजुल्लागंज बंधा रोड, गोमतीनगर समेत कई इलाकों की मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों की कोविड-19 जांच कराई गई। अधिकारियों को ऐसी उम्मीद थी कि इन बस्तियों में भारी संख्या में कोरोना पॉजिटिव पाए जा सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ बल्कि  बस्तियों में एक भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं पाया गया। इस हैरान कर देने वाली रिपोर्ट को लेकर स्वास्थ्य विभागों के अधिकारियों का कहना है कि बस्तियों में रहने वालों की रोग प्रतिरोधक शक्ति काफी मजबूत है।

अधिकारियों ने आगे कहा कि यही मजबूत इम्यूनिटी होने के कारण इन लोगों पर कोरोना संक्रमण का कोई असर नहीं हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि एसी कमरों में रहने वालों की इम्यूनिटी इनकी अपेक्षा काफी कमजोर होती है। जिसके चलते वे लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ जाते हैं। बता दें कि मलिन बस्तियों में कोरोना का ग्राफ अभी भी शून्य पर बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से बस्तियों में अब तक 7 हजार से ज्यादा लोगों का कोविड-19 टेस्ट हो चुका है, लेकिन इस दौरान एक भी कोरोना पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है।

वहीं दूसरी ओर देशभर में कोरोना वायरस  का कहर लगातार जारी है। भारत में कोरोना से 93,09,788 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं इस वायरस की चपेट में आने से अब तक 1,35,752 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। हालांकि, राहत की बात ये है कि 87,18,517 इस वायरस को मात देकर ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना को मात देकर ठीक होने वालों की संख्या सक्रिय मामलों की संख्या से अधिक है। सक्रिय मामलों (Active Cases) की कुल संख्या 4,55,555  है।
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