रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद :-
      बार एसोसिएशन की कमान अब मुनीष कुमार त्यागी के हाथों में होगी। शनिवार को संपन्न हुई चुनाव प्रक्रिया में मुनीष कुमार के सिर पर जीत का सेहरा बंधा। देर रात तक चली मतगणना के बाद उन्होंने नाहर सिंह यादव को 206 मतों से हारकर जीत हासिल की। जबकि सत्यकेतु सिंह 267 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। वहीं सचिव पद पर मनमोहन शर्मा ने जीत हासिल की है। उन्होंने नितिन यादव को 49 मतों से हराया। उधर, देर रात को अंतिम परिणामों को घोषणा होने के बाद कचहरी में ही अधिवक्ताओं ने जमकर जश्न मनाया। एक-दूसरे को गल मिलकर बधाई दी और विजयी प्रत्याशी के समर्थन में जमकर नारे लगाए। 
जीत के बाद अध्यक्ष और सचिव ने कहा कि अधिवक्ताओं के मान-सम्मान का पूरा ध्यान रखा जाएगा। लंबे समय के बाद संपन्न हुई चुनाव प्रक्रिया के लिए शनिवार सुबह से मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई, जो शाम पांच बजे तक चली। इसके बाद देर शाम को मतगणना शुरू की गई, जो रात 11:40 बजे तक चली। अध्यक्ष पद के लिए 2049 मत पड़े। इनमें से मुनीष त्यागी को 989, नाहर सिंह यादव 783 और सत्यकेतु सिंह को 267 मत मिले। जबकि 10 मत निरस्त हो गए। वहीं, सचिव पद के 2060 अधिवक्ताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इनमें से मन मोहन शर्मा को 734 वोट मिले। जबकि 685 वोट के साथ नितिन यादव दूसरे स्थान पर रहे।
 
इस तरह से सचिव पद पर कांटे का मुकाबला रहा, जिसमें मनमोहन शर्मा को महज 49 मतों से जीत हासिल हुई। मतगणना के दौरान सबसे अधिक समय अध्यक्ष और सचिव पदों पर वोटों की गिनती करने में लगा। चुनाव कमेटी ने एक-एक मत की जांच करने के बाद उन्हें जोड़ा, जिसके चलते लंबा समय लग गया। विक्रम सिंह बने वरिष्ठ उपाध्यक्ष, गजेंद्र त्यागी कोषाध्यक्ष
वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर विक्रम सिंह 816 मतों के साथ विजयी रहे। जबकि 517 मतों के साथ दूसरे स्थान पर अजयपाल सिंह रहे। कोषाध्यक्ष के लिए गजेंद्र त्यागी ने बाजी मारी, जिन्हें 912 मत मिले। जबकि विपिन कुमार दूसरे स्थान पर रहे। कनिष्ठ उपाध्यक्ष परमजीत सिंह बने, जिन्हें कुल 735 मत मिले। सहसचिव (पुस्तकालय) पद पर पूनम गुुप्ता 280 मतों के अंतर से विजयी रहीं। सह सचिव प्रशासन पद पर राहुल कुमार 865 पद लेकर विजयी रहे। लंबी चली मतगणना, थमी रहीं सांसें
अध्यक्ष और सचिव पद को लेकर मतगणना काफी लंबी चली। दोनों पदों को छेड़कर शेष पदों के परिणाम रात नौ बजे तक ही घोषित कर दिए गए लेकिन दो अहम पदों पर मतगणना काफी लंबी चली। ऐसे में तमाम अधिवक्ता देररात तक कचहरी में ही अपनी उम्मीदवार के समर्थन में अंतिम परिणामों के अंतर में डटे रहे। उधर, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मतगणना स्थल पर मौजूद रहे। देर रात को परिणाम घोषित हुए तो जमकर ढोल नगाड़ों के साथ जश्न भी मना। इसके साथ तहसील परिसर में जमकर नारेबाजी भी हुई। 
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