◼️सम्पूर्ण मानवता की रक्षा के लिये इस्लामिक जिहाद के विरुद्ध वैश्विक जागृति अभियान का केंद्र बनेगा "अभय भारत संकल्प केंद्र"


रिपोर्ट :- सिटी न्यूज़ हिंदी


गाजियाबाद :-
        अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानंद सरस्वती जी महाराज ने आज स्ट्रीमयार्ड के माध्यम से एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया जिसे साइबर सिपाही नामक राष्ट्रवादी संस्था के मुख्य कार्यकारी शुभम मंगला ने संचालित किया। उन्होंने प्रेसवार्ता के माध्यम से सभी पत्रकार बन्धुओ को कल शिवशक्ति धाम डासना में "अभय भारत संकल्प केंद्र" के लोकार्पण समारोह में आने का निमंत्रण दिया।

प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए यति नरसिंहानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि कल दिनांक 19 दिसम्बर 2020 को डासना स्थित शिवशक्ति धाम में उन्हें इस्लामिक जिहाद की भीषण विभीषिका के बारे में बताकर सही मार्ग दिखलाने वाले उनके गुरु पूर्व सांसद स्वर्गीय बैकुंठ लाल शर्मा"प्रेम सिंह शेर" के विचारों का प्रचार प्रसार करने हेतु "अभय भारत संकल्प केंद्र" की स्थापना पूर्ण होकर लोकार्पण किया जाएगा।प्रेम जी ने अपनी तरुणावस्था में ही भारत विभाजन के समय इस्लामिक जिहाद की भीषण विभीषिका को झेला और अपने सम्पूर्ण जीवन हिन्दुओ को इस सत्य से परिचित कराने के लिये संघर्ष किया।उनके विचारों पर चलते हुए यह केंद्र सम्पूर्ण विश्व में सनातन धर्म के मूल सिद्धांतों को आधार बना कर इस्लामिक जिहाद को जड़ से मिटाने के लिये कार्य करेगा।यह केंद्र न केवल हिन्दुओ को बल्कि विश्व के सभी गैर मुस्लिमो को इस्लामिक जिहाद के सच और इसको समाप्त करने के उपायों को समझाने का प्रयास करेगा।

उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान समय में इस्लाम के जिहाद की अवधारणा सम्पूर्ण मानवता के लिये सबसे बड़ी चुनौती है। इससे यदि प्रभावी ढंग से नहीं निबटा गया तो यह सम्पूर्ण मानवता के समाप्त होने का कारण बनेगा।सम्पूर्ण विश्व को यह समझना ही होगा कि आज विश्व को ऐसी किसी भी विचारधारा की जरूरत नहीं है जो निर्दोष मानवो की हत्या को अपना धार्मिक कर्तव्य और उनकी धन,सम्पत्ति और महिलाओं की लूट को अपना धार्मिक अधिकार समझती हो।यह केवल एक राजनैतिक मामला नहीं है बल्कि यह मानव के जीवन के हर पहलू से जुड़ा हुआ मामला है।इस्लाम के जिहाद को ठीक से न समझ पाना ये मानव की अब तक कि सबसे बड़ी भूल है जिसकी कीमत अरबो निर्दोषो ने अपना सर्वस्व खोकर चुकाई है। आज की सबसे बड़ी त्रासदी ये है कि इस्लाम का जिहाद कभी भी इतना ताकतवर नहीं था,जितना कि आज है परन्तु पूरी दुनिया से कोई बहुत ठोस आवाज इसके विरुद्ध नहीं बन पा रही है।ऐसे में हमारा कर्तव्य है कि हम आगे बढ़कर इस रिक्त स्थान की पूर्ती करें।

उन्होंने यह भी बताया कि "अभय भारत संकल्प केंद" का ध्येय वाक्य "विजय या वीरगति" होगा जो भगवान श्रीकृष्ण द्वारा प्रदत्त श्रीमद्भगवद्गीता का सबसे महत्वपूर्ण सूत्र है।यह वाक्य प्रेम जी ने अपने जीवन में जीकर दिखाया था और वो हिन्दुओ को दोबारा से एक योद्धा जाति के रूप में देखना चाहते थे।यह केंद्र उनके विचारों को मूर्त रूप देने का हर सम्भव प्रयास करेगा और विजय हमारी ही होगी।
प्रेस वार्ता में यति सेवानन्द सरस्वती जी व अनिल यादव भी उपस्थित थे।
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