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गाजियाबाद :- कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष हरेंद्र कसाना व उनके भाई समेत 7 लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगा है। दुष्कर्म पीड़िता के पति की याचिका पर सुनवाई करते हुए सीजेएम कोर्ट ने आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
वसुंधरा क्षेत्र में रहने वाले पीड़ित का कहना है कि टीला मोड़ थानाक्षेत्र में पत्नी के नाम 22 बीघा जमीन है। पत्नी के परिचित दिनेश कुमार का उनके घर आना-जाना था। कुछ दिनों बाद दिनेश ने उनकी पत्नी को बहला-फुसलाकर उससे मनमुटाव करा दिया तथा पत्नी को भड़काकर उसके खिलाफ झूठा केस दर्ज करा दिया। वह मार्च 2018 से जनवरी 2020 तक जेल में रहा। पीड़ित का आरोप है कि दिनेश की नजर उनकी पली के नाम की जमीन पर थी। इसलिए आरोपियों ने जमीन हड़पने तक उसकी पत्नी को कब्जे में रखा। पत्नी को धमकी देकर आरोपी फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिए जमीन को अपने व अपने साथियों के नाम कराते रहे।
जनवरी 2020 में वह जमानत पर छूटकर घर पहुंचे तो पत्नी ने आपबीती बताई और उसके जेल में रहने के दौरान अपने साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के बारे में बताया। पत्नी ने बताया कि दिनेश कुमार, उसके साथी व कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष हरेंद्र कसाना, हरेंद्र कसाना का भाई धर्मेंद्र कसाना, मोहन कुमार, देवाराज प्रधान, शिव कुमार व भीष्म यादव उसे जमीन को लेकर बातचीत के बहाने बुलाते और सामूहिक दुष्कर्म करते थे। साथ ही धमकी देकर जमीन को अपने लोगों के नाम कराते रहे। पीड़ित का कहना है कि पत्नी के बताने पर वह रिपोर्ट लिखाने पुलिस के पास पहुंचे, लेकिन आरोपियों के रसूख के चलते पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। ब्यूरो