रिपोर्ट :- अजय रावत


गाज़ियाबाद :- भारत के सीमांतप्रदेशीय क्षेत्रों में चलने वाली गतिविधियों के अध्ययन के साथ देश की सीमांत सुरक्षा के लिए जन-जागरूकता के उद्देश्य को लेकर सक्रिय सीमा जागरण मंच के मुखपत्र सीमा संघोष द्वारा सैन्य-सहयोगी संगठनों के कामों, उनकी लगन और कर्मनिष्ठा के प्रति जन-जागरूकता के लिए पाँच दिन का अभियान चलाया जाएगा।

सीमा जागरण मंच के महामंत्री दीपनारायण पाण्डेय ने बताया कि सैन्य सहयोगी संगठनों के रूप में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ), भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), आसूचना ब्यूरो (आईबी), अनुसंधान और विश्लेषण विंग (रॉ) और विभिन्न आयुध निर्मात्री कंपनियों का बहुत बड़ा योगदान भारत की सेना के तीनों अंगों को सबल और सशक्त करने में होती है। विभिन्न किस्म के आयुध उपकरणों और सैन्य सामग्रियों के निर्माण के साथ ही सेनाओं के उपयोग के लिए उन्नत तकनीकों, सूचना-संचार उपकरणों आदि का अनुसंधान और उन्हें सेना के लिए सुलभ कराने का काम इन संगठनों का होता है। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रही गतिविधियों का अध्ययन, पड़ोसी देशों की सैन्य तैयारियों और उनके द्वारा सीमांतक्षेत्रों पर चलाई जा रही गतिविधियों का विश्लेषणात्मक अध्ययन करके भारतीय सेनाओं को अपनी रणनीति बनाने के लिए संसाधन उपलब्ध कराने का काम भी इन सैन्य-सहयोगी संगठनों के द्वारा किया जाता रहा है।

सीमा पर सैन्य दलों की सफलता और विभिन्न सैन्य गतिविधियों की सफलता इन संगठनों की निरंतर सक्रियता और समर्पित भाव से संलग्न रहने की प्रतिबद्धता पर निर्भर करता है। भारत की सेनाओं के शौर्यभाव को याद करने के साथ ही इन सहयोगी संगठनों के प्रयासों को भी जन-प्रोत्साहन मिलना आवश्यक है, ताकि इन संगठनों में कार्यरत वैज्ञानिकों, खोजकर्ताओं, अध्यययन कर्ताओं और कर्मचारियों का उत्साहवर्धन हो। इस उद्देश्य को केंद्र में रखकर सीमा संघोष द्वारा आगामी 24 से 28 मार्च तक देशव्यापी जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।

सीमा संघोष की गाजियाबाद महानगर इकाई के प्रतिनिधि द्वारा इस आशय की जानकारी देते हुए बताया गया है कि देश की सुरक्षा में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से लगे सैन्य सहयोगी संगठन भारतीय सेना की दूसरी पंक्ति के महत्त्वपूर्ण अंग हैं। इनके कार्य, उपयोगिता और योगदान के बारे में लोगों को कम जानकारियाँ हैं। इस कारण सोशल मीडिया पर पाँच दिनों तक चलने वाले इस जागरूकता अभियान के माध्यम से इन संगठनों के कार्यों और विशिष्ट योगदान के बारे में लोगों को बताया जाएगा और इन संगठनों से जुड़े सभी कर्मियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया जाएगा। इस अभियान से जहाँ एक ओर लोगों को इन संगठनों के बारे में जानकारी मिलेगी, वहीं दूसरी ओर इन संगठनों को नई ऊर्जा मिलेगी। सोशल मीडिया के विभिन्न पटलों पर इस अभियान से जुड़ने के लिए आह्वान करते हुए भारी संख्या में संदेश भेजने, विचार साझा करने के लिए कहा गया है।
इस मौके पर मुख्य रूप से डॉक्टर आलोक अग्रवाल, संदीप चौधरी, दीपक यादव, धीरज झा, राजा त्यागी आदि उपस्थित रहे।
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