रिपोर्ट :- नासिर खान


लखनऊ :- उत्तर प्रदेश में जानलेवा कोरोना वायरस अपना दायरा बढ़ाता जा रहा है। प्रतिदिन संक्रमितों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है। लिहाजा ऑक्सीजन की किल्लत भी यूपी में मची हुई है। इसी बीच प्रदेश के लिए राहत भरी खबर है कि अब कोविड संक्रमित मरीजों के लिए प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं होगी। 30 जिलों के 285 अस्पतालों को एमएसएमई इकाइयों से सीधे ऑक्सीजन की व्यवस्था हुई है। जिन 90 एमएसएमई इकाइयों को उनके निकटवर्ती 285 अस्पतालों से सीधे जोड़ दिया गया है उन अस्पतालों में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है।

912.335 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की हो रही आपूर्ति
बता दें कि सीएम के निर्देश पर एक्शन मोड में एमएसएमई विभाग लगातार कर रहा है व्यवस्था। 90 एमएसएमई इकाइयों से 912.335 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है। इसके साथ ही ऑक्सीजन सप्लाई चेन के सुदृढ़ीकरण व्यवस्था की एमएसएमई मंत्री और एसीएस ने समीक्षा की व  जरूरी दिशा-निर्देश दिया।

केवल मेडिकल जरूरतों में इस्तेमाल होगा MSME उत्पादित ऑक्सीजन
इसके साथ ही सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि नई एमएसएमई इकाइयों को सरकार प्रोत्साहन देगी व लाइसेंस नवीनीकरण में देरी नहीं होगी। उन्होंने आगे कहा कि एमएसएमई इकाइयों में उत्पादित ऑक्सीजन का केवल मेडिकल जरूरतों में इस्तेमाल होगा।

ये हैं 30 जिले
आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, अलीगढ, अयोध्या, बाराबंकी, अम्बेडकर नगर, अमेठी, बरेली, बहराइच, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, औरैया, लखनऊ, मुजफ्फरनगर, प्रयागराज, शामली, वाराणसी, चंदौली, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, बुलन्दशहर, बिजनौर, मेरठ, मुरादाबाद, मीरजापुर, कानपुर देहात, संतकबीरनगर और मऊ सहित कुल 30 जिलों में 90 एमएसएमई इकाइयों से ऑक्सीजन आपूर्ति।
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