◼️खाकी ने गुलाबी पेन का आदेश नहीं माना तो खैर नहीं


सिटी न्यूज़ | हिंदी......✍🏻


गाजियाबाद :- अगर कोई शिकायती पत्र गुलाबी रंग से मार्क होकर थानेदारों के पास पहुंचेगा तो उसे गंभीरता से लेना होगा। यह आदेश एसएसपी का होगा। गुलाबी पैन पर कार्रवाई की कलम नहीं चली तो उसकी खैर नहीं। यह संदेश बुधवार रात को एसएसपी अमित पाठक ने क्राइम मीटिंग में अधीनस्थों को दिया। पुलिस लाइन में कप्तान ने कहा वह शिकायतों को गुलाबी पेन से फारवर्ड करेंगे। उस पर त्वरित कार्रवाई होनी चाहिये।

पहली क्राइम मीटिंग में एसएसपी ने जन सुनवाई पर जोर दिया। उन्होंने थाना प्रभारियों व क्षेत्राधिकारियों को शिकायती-पत्रों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उनका समाधान कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि थाने-चौकियों से उनके पास कम से कम शिकायतें आनी चाहिए। जो भी शिकायतें उनके पास आएंगी, उन्हें वह गुलाबी रंग के पेन से मार्क करते हुए फारवर्ड करेंगे। इन पर संबंधित राजपत्रित अधिकारी और थाना प्रभारी को गंभीरता से काम करना होगा। साथ ही एसएसपी वे शिकायतों के लिए प्रत्येक थाने पर अलग फोल्डर बनाने के निर्देश दिए। शिकायतों के निस्तारण के लिए बनाए गए रजिस्टर में संपूर्ण कार्रवाई का ब्योरा दर्ज होगा। किसी मामले में दोनों पक्षों के बीच समझौता होने पर उसका भी जिक्र किया जाएगा।
अतिक्रमण हटाने को चलेगा अभियान, दर्ज होंगे केस
उन्होंने अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाने की बात कही। 

अधीनस्थों ने उन्होंने कहा कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाना शुरू कर दें। एसएसपी ने कहा कि शुरूआती दौर में आग्रह कर अतिक्रमण हटवाया जाए। अगर कुछ लोग इसके बाद भी अतिक्रमण करते हैं तो उनके खिलाफ केस दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने कोविड गाइड लाइन का उल्लंघन करने वालों पर भी कार्रवाई की बात कही।

क्राइम मीटिंग में एसएसपी ने भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टोलरेंस की बात कही। उन्होंने कहा कि किसी भी थाना प्रभारी का परफोरमेंस ही उसका भविष्य तय करेगा। अच्छा काम करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा और भ्रष्टाचार में लिप्त और लापरवाह पुलिसकर्मियों को घर भेजा जाएगा। एसएसपी ने कहा कि अगर किसी तरह के भ्रष्टाचार का सुबूत मिला तो कार्रवाई होगी।
निष्पक्ष ढंग से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराने के निर्देश
एसएसपी ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के निर्देश दिए। चुनाव से पूर्व उन्होंने आपराधिक प्रवृत्ति और असामाजिक तत्वों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने अधिक से अधिक संख्या में शस्त्र जमा कराने और टॉप-10, गैंगस्टर, गुंडा एक्ट में निरुद्ध अपराधियों की धरपकड़ के निर्देश दिए। इसके अलावा थाना स्तर पर हिस्ट्रीशीटरों की निगरानी कराने के भी निर्देश दिए।
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