रिपोर्ट :- नासिर खान


लखनऊ :- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पुलिस-माफिया गठजोड़ किसी भी हाल में क्षम्य नहीं है। इसकी एक भी शिकायत स्वीकार्य नहीं है। ऐसे लोगों को चिह्नित करते हुए तत्काल सिस्टम से बाहर करें। मुख्यमंत्री प्रदेश के चारों पुलिस कमिश्नरेट के अफसरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि बेहतर पुलिसिंग के लिए पुलिस कमिश्नरेट एक नजीर बने।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि बेहतर कानून-व्यवस्था और अपराध-अपराधियों के प्रति जीरो टालरेंस की नीति प्रदेश सरकार का संकल्प है। पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था भी इसी संकल्प का नतीजा है। लखनऊ व गौतमबुद्घनगर में पूर्व में लागू की गई पुलिस आयुक्त प्रणाली के बेहतर परिणाम को देखते हुए ही इसे कानपुर व वाराणसी में लागू किया गया है। यह प्रणाली एक बड़ा बदलाव है। लोगों को इसका अहसास होना चाहिए। इस क्षेत्र में प्रवेश करने वाले को अनुभव होना चाहिए कि वह किसी विशिष्ट क्षेत्र में प्रवेश कर रहा है। अपराध नियंत्रण, माफिया के खिलाफ कार्रवाई और यातायात नियंत्रण के लिए प्लानिंग के साथ कार्रवाई की जरूरत है। लखनऊ में इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

गंभीरता से लें आमजन की शिकायतें
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आमजन की शिकायतों को गंभीरता से लें। उस पर तत्काल निष्पक्ष कार्रवाई करें। आईजीआरएस व सीएम हेल्पलाइन जैसी व्यवस्था की सफलता शिकायतकर्ता की संतुष्टि के आधार पर आंकी जाएगी। उन्होंने कहा कि आमजन को बेहतर पुलिसिंग का अहसास होना चाहिए। इसके लिए पुलिस की सक्रियता, रिस्पांस, फूट पेट्रोलिंग, पब्लिक फ्रेंडली होना जरूरी है। महिलाओं की सुरक्षा हर हाल में सुनिश्चित हो और व्यापारिक संगठनों, कार्यालयों, स्कूल व कॉलेजों में संवाद बनाये रखें।

पद, थाने, चौकियों के लिए तत्काल भेजें प्रस्ताव
सीएम ने कहा कि पुलिस कमिश्नरेट में अधिकारियों व कर्मियों की जरूरत 👌को देखते हुए पद बढ़ाए जाएं। आवश्यकतानुसार नए थाने व चौकी बनाए जाएं। इसके लिए पुलिस आयुक्तों से उन्होंने तत्काल प्रस्ताव भेजने को कहा है।
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