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लखनऊ :-आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहाकि यूपी में बढ़ते लॉकडाउन से आर्थिक रूप से कमजोर तबका तबाह हो गया है। इसलिए उनका खयाल रखने की जिम्मेदारी सरकार की बनती है।उन्होंने प्रदेश की योगी सरकार से मांग की है कि लॉकडाउन के दौरान यूपी के गरीब तबके को भी दिल्ली सरकार की तरह हर महीने 5000 रुपये की मदद देना चाहिए। 

आज मीडिया को जारी अपने बयान में सभाजीत सिंह ने कहा कि लॉकडाउन में सबसे ज्यादा प्रभावित कंस्ट्रक्शन मजदूरों, रेहड़ी पटरी वालों, ऑटो और साइकिल रिक्शा तथा ई-रिक्शा चालकों को जो कि रोज कमाने-खाने वाले हैं, उनके लिए योगी जी की सरकार तुरंत आर्थिक मदद की घोषणा करे। 

सभाजीत सिंह ने कहा कि महामारी में  पूरी तरह बेनकाब हो गई योगी सरकार कोरोना पीड़ितों को अस्पताल, बेड, ऑक्सीजन तो नहीं दे पा रही है, लेकिन लॉकडाउन बढ़ाती जा रही है, जिसकी सीधी मार प्रदेश के बेहद कमजोर तबके पर पड़ रही है। कल एक भूखे व्यक्ति द्वारा सड़क पर फैले दूध को पीने की विचलित करने वाली तस्वीर सिस्टम के मुंह पर तमाचा है। हमारी पुरजोर मांग है कि सरकार को अतिशीघ्र ऐसे लोगों के लिए आर्थिक सहायता ऐलान करना चाहिए। 

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान गरीबों को आर्थिक तंगी का सबसे ज्यादा सामना करना पड़ता है। उत्तर प्रदेश में रोजमर्रा कमाने-खाने वालों को कोरोना महामारी से ज्यादा  भुखमरी का दंश झेलना पड़ रहा है, जिससे बड़ी संख्या में लोग आज भूखे पेट सोने को मजबूर हैं और लापरवाह योगी सरकार को इनकी कोई चिंता नहीं है।

प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार रजिस्टर्ड कंस्ट्रक्शन वर्कर्स को पांच हजार रुपए की आर्थिक मदद दे रही है। लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में करीब 1.65 लाख ऑटो और टैक्सी ड्राइवरों को 5,000 रुपये की सहायता दी है।इसके साथ ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लगभग 77 लाख राशन कार्डधारियों को मुफ्त राशन देने का भी किया ऐलान कर दिया है।
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