रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद :- भारतीय जनता पार्टी के एमएलसी एवं आरकेजीआईटी के चेयरमैन दिनेश गोयल का कहना है कि जागरूकता और सतर्कता से ही कोरोना से बचाव संभव है। लोगों को इससे बचने के लिए खुद जागरूक होना होगा। साथ ही दूसरों को भी जागरूक करना होगा। 

उन्होंने कहा कि आजकल जिस प्रकार लगातार सांस लेने में तकलीफ के बाद मौतें हो रही हैं, इससे केवल जागरूक होकर ही बचा जा सकता है। इस रोग के कई स्तर है जिसमें संक्रमण होने से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। उन्होंने कहा कि खाने से पहले हाथों को धोएं। खांसते एवं छींकते समय अपने मुंह और नाक को ढक लें। कोल्ड ड्रिंक व आइसक्रीम के सेवन से बचें। मांस व अंडे का सेवन भी कम करें। कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनें, अपने हाथ लगातार धोएं और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें। 

खांसने या छींकने पर अपने नाक और मुंह को अपनी कोहनी से अच्छी तरह से ढक लें। अगर आप अस्वस्थ महसूस कर रहे हों तो बाहर न निकले। अपने हाथों को अक्सर धोते रहे इसके लिए साबुन और पानी का इस्तेमाल करें या हैंड सैनिटाइजर से रब करें। खांसने या छींकने वाले किसी भी व्यक्ति से उचित दूरी बनाकर रखें। अपनी आंखों, नाक या मुंह को न छुएं। अगर आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई होती है तो तुरन्त डॉक्टर की सलाह ले। सार्वजनिक स्थानों, सार्वजनिक यातायात के साधनों में कुछ भी छूने या किसी से हाथ मिलाने से बचें। सब्जी और फलों को खाने से पहले अच्छी तरह धोएं। घर को साफ रखें और बाहर से आने वाली चीजों को भी साफ करके ही घर में लाएं। नॉनवेज, खासकर सी-फूड खाने से बचें, क्योंकि कोरोना वायरस के मामले अब तक सी-फूड के कारण ही सामने आए हैं।

एमएलसी दिनेश गोयल का कहना है कि इस बात में रत्ती भर भी शक नहीं है कि महामारी के इस दौर में मानसिक तनाव हो सकता है। हो सकता है कि आपको बेचैनी महसूस हो रही हो, आप तनाव महसूस कर रहे हों, परेशान हो रहे हों, दुखी हों, अकेला महसूस कर रहे हों। इनसे बचने के लिए अपने दोस्तों और परिवार के लोगों के साथ फोन, वीडियो कॉल या फिर सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क में बने रहें। उन चीजों के बारे में बात करते रहें जिससे आपको परेशानी हो रही हो। दूसरे लोगों को भी समझने की कोशिश करें। अपनी नई दिनचर्या को व्यवहारिक तरीके से प्लान करें। अपने शरीर का ध्यान रखें। नियमित व्यायाम और खान-पान का ध्यान रखें। 

उन्होंने कहा कि इस महामारी के बारे में बहुत अधिक ना पढ़ें। अपने व्यवहार को अपने नियंत्रण में रखें। अपने मनोरंजन का भी पूरा ध्यान रखें। वर्तमान पर फोकस करें और यह याद रखें कि यह समय चिर-स्थायी नहीं है। अपनी नींद को किसी भी तरह से बाधित ना होने दें।गोयल ने कहा कि वैसे तो जागरूकता और बचाव से अपने को दूर रखा जा सकता है लेकिन फिर भी यदि किसी को कोरोना हो गया हो और कुछ परेशानी आ रही हो तो मुझे अवश्य बतायें हर संभव मदद की जायेगी।
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