रिपोर्ट :- नासिर खान


लखनऊ :- मोदी मंत्रिमंडल विस्तार में नए मंत्रियों को जहां लोगों के बधाई संदेश आ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ विपक्ष ने तीखे बाणों की वर्षा शुरू हो गई है। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने त्रिमंडल विस्तार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में मंत्री या मंत्रालय बदलने से भाजपा सरकार ने ख़ुद स्वीकार कर लिया है कि वो हर क्षेत्र में नाकाम रही है। ज़रूरत केवल डिब्बे नहीं पूरी ट्रेन को बदलने की है। भाजपा ने सरकार चलाने का नैतिक अधिकार खो दिया है देश-प्रदेश में बदलाव की लहर है। 

बता दें कि केंद्रीय मंत्रिपरिषद् में बुधवार को हुए विस्तार में उत्तर प्रदेश के जिन 7 मंत्रियों को शामिल किया गया है उनके चयन में जातिगत समीकरण को साधते हुए अगले वर्ष के शुरू में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव को भी ध्‍यान में रखा गया है। राज्य से जो नये केंद्रीय मंत्री बनाये गए हैं उनमें से तीन का संबंध पिछड़े वर्ग, तीन का दलित समूह है जबकि एक ब्राह्मण समुदाय से हैं। हालांकि इन 7 चेहरों में से केवल एक सहयोगी दल का है और शेष भाजपा के ही सांसद हैं। 

मोदी मंत्रिपरिषद में शामिल किये गये मंत्रियों में महाराजगंज संसदीय क्षेत्र से भाजपा से छठवीं बार चुने गये पंकज चौधरी और मिर्जापुर से भाजपा की सहयोगी अपना दल (एस) से दूसरी बाद की सांसद अनुप्रिया पटेल पिछड़े वर्ग के कुर्मी समाज से हैं जबकि बदायूं निवासी राज्‍यसभा सदस्‍य बीएल वर्मा पिछड़े वर्ग के लोधी राजपूत हैं। अनुसूचित जाति वर्ग में आगरा से भाजपा सांसद सत्यपाल सिंह बघेल धनगर, जालौन के सांसद भानु प्रताप वर्मा-कोरी और लखनऊ के मोहनलालगंज क्षेत्र के सांसद कौशल किशोर पासी समाज से आते हैं। इनके अलावा लखीमपुर खीरी से दूसरी बार के सांसद अजय कुमार ब्राह्मण समाज से हैं। 
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