रिपोर्ट :- अजय रावत


गाज़ियाबाद :- 20 अगस्त को छत्तीसगढ़ के नारायणगढ़ जिले में आइटीबीपी के शहीद असिस्टेंट कमांडेंट सुधाकर शिंदे तथा शहीद सहायक उपनिरीक्षक गुरमुख सिंह को एनडीआरएफ कमांडेंट प्रवीण कुमार तिवारी की उपस्थिति में एनडीआरएफ रेस्क्युर्स द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित किये और 2 मिनट का मौन रखा गया। उन्होंने कहा वीरगति केवल वीर ही प्राप्त कर सकते हैं। 

शहीद असिस्टेंट कमांडेंट सुधाकर शिंदे ने गाजियाबाद के कमला नेहरू नगर स्थित एनडीआरएफ बटालियन में वर्ष 2013 से 2019 तक 6 वर्ष  की सेवा अर्पित की थी और पदोन्नति पर 38वीं बटालियन आईटीबीपी छत्तीसगढ़ मैं तैनाती मिली थी।  वर्तमान में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर छत्तीसगढ़ के नारायणगढ़ जिले में आइटीबीपी की 45वी बटालियन में तैनात थे। 

एनडीआरएफ कमांडेंट प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया की अपने एनडीआरएफ कार्यकाल के दौरान शहीद सुधाकर शिंदे ने नेपाल में आये भूकंप, चेन्नई में आयी बाढ़, कर्नाटक के धारवाड़, नोएडा के शाहबेरी और गाजियाबाद के अकाश नगर में इमारत गिरने जैसे हादसों में ऑपेरशन शाखा के प्रभारी रहते समन्वयक की भूमिका निभाई थी। इन 5 वर्षों के दौरान वे आठवीं एनडीआरएफ की ऑपरेशन ब्रांच के निरीक्षक प्रभारी के पद पर तैनात रहे तथा कई सफल सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशनों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एनडीआरएफ कार्यकाल के दौरान शहीद सुधाकर शिंदे ने एमएफआर, सीएसएसआर तथा फ्लड रेस्क्यू ऑपेरशन में महारत हासिल की थी वहीं केमिकल बायोलॉजिकल रेडियोलॉजिकल एंड न्यूक्लियर आपरेशन की विशेषज्ञता हासिल की थी जिसके चलते गाज़ियाबाद स्थित एनडीआरएफ बटालियन के रेडियोलॉजिकल सेफ्टी अधिकारी भी रहे।
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