रिपोर्ट :- विकास शर्मा


हरिद्वार :- श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के श्रवण नाथ मठ स्थित श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर पर अखाड़े के सचिव महंत रवींद्र पुरी ने रुद्राभिषेक किया। नागपंचमी अवसर पर महंत रवींद्र पुरी ने रुद्राभिषेक दौरान बताया कि भगवान शिव को सावन का महीना अत्यंत प्रिय हैं और सावन माह में नाग पंचमी की पूजा अर्चना का विशेष महत्व है। श्रावण मास भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। नाग पंचमी पर शिव पूजा के साथ-साथ नागों की पूजा-अर्चना का विधान पौराणिक काल से चला आ रहा है। 

जो व्यक्ति नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा आराधना करते हैं। उनकी कुंडली में कालसर्प तथा पित्र दोष समाप्त हो जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि जिन व्यक्तियों की कुंडली में कालसर्प दोष होता है उनके जीवन में कई प्रकार से बाधाएं आती है। ऐसे में नाग पंचमी के दिन उक्त दोष हेतु पूजा का सर्वोत्तम दिन माना गया है। ऐसे में नागों की पूजा के साथ-साथ भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना कर मनुष्य की समस्त बाधाओं का निराकरण हो जाता है और परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। पूजा अवसर पर महंत रवि पूरी दिगंबर रघुवर, संदीप अग्रवाल, प्रतीक सूरी ,सुंदर राठौर आदि मौजूद रहे।
Previous Post Next Post