रिपोर्ट :- वेदप्रकाश चौहान


हरिद्वार :- जिला कारागार में जेल प्रशासन की ओर से तीन दिवसीय जन्माष्टमी कार्यक्रम के आज दूसरे दिन जन्माष्टमी के पर्व को लेकर श्री कृष्ण जन्मोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसकी शुरुआत वरिष्ठ अधीक्षक जेल मनोज कुमार आर्य द्वारा फीता काट कर की गई। रविवार को श्रीकृष्ण-देवकी का विवाह संपन्न हुआ। इस मौके पर कंस के दरबार में नृत्य का भव्य रूप से आयोजन किया गया और उनकी कलाकारी ने खूब तालियां बटोरी। वहीं कल सोमवार को समापन के दौरान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर पतंजलि योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण कार्यक्रम में पहुंचकर अपना आर्शीवाद देंगे।

वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि जेल परिसर में कैदियों व जेल प्रशासन ने मिलकर श्री कृष्ण तीन दिवसीय जन्मोत्सव का आयोजन जा रहा है। इस पर्व को लेकर कैदियों में काफी उत्साह देखा गया। जानकारी यह भी है कि कई कैदियों ने जन्माष्टमी के मौके पर उपवास भी रखा। 

वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने आगे बताया कि जेल प्रशासन की ओर से पुरूष बंदियों के लिए पूजा का प्रबंध किया गया है। जेल परिसर में मंदिरों को सजाया गया है व पूजा अर्चना की गई। मनोज आर्य ने कहा कि इस अवसर पर सभी कैदियों को मिठाई और पूजा सामग्री उपलब्ध करा दी गई। कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर जिला कारागार में भजन-कीर्तन का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने कहा की जब किसी न किसी कारण से अपराधी जेल आते हैं तो उन्हें नहीं पता होता है कि इस फसाद से कुछ मिलने वाला नहीं है लेकिन जब यहां अपनों से दूर होकर कोई पर्व आता है तो अपनों की याद आती है। ऐसे में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी में सभी कैदी एक होकर सभी पुरानी बातों को भूल कर अनूठी मिसाल पेश कर देते हैं। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की झांकी सजाने से लेकर गीत-संगीत की महफिल सजाने वाले कैदी यह भूल जाते हैं कि वे लोग कैदी हैं। 
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