रिपोर्ट :- नासिर खान


गोरखपुर :- कानपुर कारोबारी मनीष गुप्ता की मौत मामले में सीबीआई जांच की मांग को लेकर पत्नी मीनाक्षी गुप्ता सुप्रीम कोर्ट पहुंची, जिसके बाद सुस्त पड़ी SIT अचानक सक्रिय होती नजर आने लगी। 20 दिनों बाद SIT ने सर्किट हाउस में करीब 5 घंटे तक दोस्त धनंजय सिंह और राणा चंद्र से पूछताछ की और उनके बयान दर्ज  किए।

मनीष के दोस्तों के अनुसार शुक्रवार को दोपहर में SIT ने उनसे 5 घंटे तक पूछताछ की। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान वीडियो कॉल के द्वारा कानपुर से कुछ अधिकारी जुड़े हुए थे। वहीं, मनीष के 2 और दोस्त चंदन सैनी और शंभू नाथ से भी  SIT पूछताछ करेगी। उधर, मनीष के गुड़गांव वाले दोस्त हरबीर और प्रदीप भी SIT की सख्ती को देखते हुए अब गोरखपुर आने को मजबूर हो गए हैं। बताया जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में गुड़गांव से गोरखपुर आ जाएंगे। हालांकि इसके पहले भी SIT पूछताछ के लिए बुला चुकी थी , लेकिन उस वक्त आने के लिए तैयार नहीं थे।

कैसे हुई मनीष की हत्या?
गौरतलब है कि पिछले महीने गोरखपुर के एक होटल में तलाशी के दौरान कथित रूप से पुलिस कर्मियों द्वारा बर्बरतापूर्ण पिटाई किए जाने से कानपुर निवासी 36 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत हो गई थी। इस मामले में आरोपी छह पुलिसकर्मियों को निलंबित करके उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। सभी पर पहले 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। बाद में उसे बढ़ाकर एक-एक लाख रुपये कर दिया गया। पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है।
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