रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद :- कैस्ट सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में वर्ल्ड सीओपीडी डे पर एक गोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसमें अस्पताल के अनुभवी पल्मोनरी व क्रिटिकल केयर डॉक्टर की टीम द्वारा फेफड़ों की बीमारियों से बचने के उपाय विस्तार से बताये गये।

अस्पताल के वरिष्ठ पलमोनोलॉजिस्ट व क्रिटिकल केयर डॉक्टर अमृत गोयल ने बताया COPD उन सभी फेफड़ों की बीमारियों को दिया जाने वाला एक पुराना नाम है जो फेफड़ों से हवा के बहाव को रोकता है। उन्होंने बताया कि COPD बीमारी पहले सबसे ज्यादा 40 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों में होती थी। लेकिन अब इसका असर कम उम्र के बच्चों यर युवकों में भी नजर आ रहा है। COPD की वजह से मरीज के फेफड़ो सख्त हो जाते है। जिससे फेफड़ा में पस पड़ना या कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिये इसका वक्त पर इलाज जरूरी है उन्होंने बताया कि COPD रोग का सबसे बड़ा कारण प्रदूषण है इसके अलावा धुम्रपान करने की लत भी इस रोग को बढ़ा देती है।

अस्पताल के चरिष्ठ पलमोनोलॉजिस्ट व क्रिटिकल केयर डॉक्टर सुशील उपाध्याय जो कि विख्यात अस्पताल में कार्यरत रहे। और कई Award से सम्मानित किये गये। डॉक्टर सुशील उपाध्याय जी ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर साल प्रदूषण के कारण 4.2 लाख मृत्यु होती है साथ ही धुम्रपान के सेवन से 5 में से व्यक्ति की मृत्यु सम्भवाना होती है। 1 अपने फेफड़ो को सुरक्षित रखने के लिए डॉ० सुशील उपाध्याय ने उपाय बताये, जैसे कि पान व टॉक्सिक पदार्थों का सेवन ना करें। नियमित सांस प्रक्रिया को व्यायाम में शामिल करें। घर से बाहर निकलने पर नं. 95 मास्क का प्रयोग करें, और [संक्रमित होने से बचें। अपनी स्वास्थ्य की जय करते रहे और उचित समय पर डॉक्टर की सलाह लें।

संस्था के चेयरमेन व वरिष्ठ फिजिशियन डॉ० संजय गर्ग ने COPD के लक्षण बताये जैसे कि सांस लेने में परेशानी होना, जहरी सांस लेना, कफ, खांसी, जुकाम, सीने में जकड़न, वजन कम होना, हार्ट की समस्याऐं, फेफड़ो का कैंसर, स्वाभाविक है। उन्होंने बताया ये लक्षण लम्बे समय तक चलते हैं और समय के साथ-साथ मरीज की हालत बिगड़ती रहती है। डॉ० संजय गर्म ने बताया कि ले क्रेस्ट अस्पताल सभी सांस संबंधी विमारियों के इलाज के लिए पूरी तरह से विश्वस्तरीय उपकरण उपलब्ध है। और साथ ही अनुभवी चिकित्सकों की उपस्थिति 24 घण्टे रहती है।

संस्था के बाबिस चैयरमेन पंकज अग्रवाल ने बताया कि समाज की सेवा के लिए आगे भी इसी प्रकार के स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रम करते रहेगें और हमारा उद्देश्य रोगी के रोग का इलाज करना है उन्होंने ये भी बताया कि हम प्रत्येक मौसम की बिमारी के हिसाब से समाज को जागरूक करते हुए इसी प्रकार के कार्यक्रम करते रहेगें अभी भी हमारे अस्पताल में प्रातः बज से 3 बजे तक निःशुल्क ओ0पी0डी0 कार्यरत है जिसमें कि समाज के उन लोगो कि सेवा की जा रही है जो बड़े अस्पताल में अधिक शुल्क देकर परामर्श करने में असमर्थ है।

संस्था की को-चेयरमेन o चाऊ गर्ग ने बताया है कि हॉ० सारी दुनिया का इलाज करते हैं परन्तु अपने उपर ध्यान नहीं देते हैं इसलिए ले क्रेस्ट अस्पताल ने इस WORLD COPD DAY के उपलक्ष पर दूरबीन द्वारा फेफड़ो की जाँच 8000/- व Endobronchial Ultrasound with FNAC की जाँच 30,000/- रखी है। संस्था में 1800/- में फेफड़ों की सम्पूर्ण जाँच की जा रही है।

संस्था के एक्जीक्यूटिव चेयरमेन दीपक गुप्ता ने बताया कि WORLD COPD DAY के उपलक्ष में सभी चिकित्सकों का फेफड़ों से सम्बन्धित जाँच 15 दिनों तक बिना किसी शुल्क की जा रही है।

इस अवसर पर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ० संदीपन कुमारय सह-चिकित्सा अधीक्षक डॉ० विवेक गर्ग शामिल थे। WOLRD COPD CAMP का आयोजन SAVE THE LUNGS CAMPAIGN के द्वारा राजेन्द्र कुकरेती, बिजनेस प्रमुख की देख-रेख में सफलता पूर्वक किया जा रहा है।
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