प्रेस क्लब हरिद्वार के सभागार में ’’राष्ट्रीय प्रेस दिवस’’ के मौके पर अपने विचार रखते हुए जिला सूचना अधिकारी प्रमोद चन्द्र तिवारी


रिपोर्ट :- वेदप्रकाश चौहान


हरिद्वार :- राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर मंगलवार को प्रेस क्लब हरिद्वार (रजि0) के सभागार में ’’राष्ट्रीय प्रेस दिवस’’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अध्यक्षता करते जिला सूचना अधिकारी श्री प्रमोद चन्द्र तिवारी ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर पत्रकार बन्धुओं को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज बड़े हर्ष का विषय है कि आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मीडिया जगत एवं सूचना विभाग एक दूसरे के पूरक हैं तथा विभाग का हर सम्भव प्रयास रहता है कि पत्रकारों के हितों का हर सम्भव ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि पत्रकारों से संबंधित हर समस्या का समाधान करने की पूरी कोशिश की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में प्रेस की चैथे स्तम्भ के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका है। 
अध्यक्ष प्रेस क्लब श्री राजेन्द्र नाथ गोस्वामी ने कहा कि भारत में पे्रस परिषद स्वतंत्र रूप से कार्य करती है, जो मीडिया से जुड़े हुये लोगों के हितों को संरक्षित रखने का कार्य करती है।  

महासचिव प्रेस क्लब हरिद्वार राजकुमार ने कहा कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आजादी तथा लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने में मीडिया की महत्वपूर्णं भूमिका है।
पूर्व अध्यक्ष प्रेस क्लब श्री राजेश शर्मा ने कहा कि हरिद्वार ने पत्रकारिता जगत में विशेष स्थान बनाया है और हमें इसे बनाये रखना है। उन्होंने कहा कि देश में निष्पक्ष पत्रकारिता ने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। उन्होंने कहा कि परिस्थितियां कितनी भी विपरीत हों, हमें इसका डटकर मुकाबला करना है तथा आम आदमी की आवाज बनना है।
वरिष्ठ पत्रकार श्री ललितेन्द्र नाथ ने कहा कि प्रेस परिषद को लघु-मंझोले समाचार पत्रों के हितों की रक्षा करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने वर्तमान समय में प्रिंट मीडिया विशेषकर लघु एवं मध्यम समाचार पत्रों के सामने आने वाली समस्याओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। 

वरिष्ठ पत्रकार श्रवण झा ने कहा कि प्रेस परिषद का गठन पत्रकार हितों के संरक्षण हेतु किया गया था। उन्होंने कहा कि आज पत्रकारों की सुरक्षा तथा आर्थिक पहलुओं पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। वरिष्ठ पत्रकार अश्वनी अरोड़ा ने कहा कि आज समाचार पत्रों, विशेष रूप से लघु एवं मंझौले समाचार पत्रों को आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को अपने मापदण्डों में खरा उतरने के साथ ही अपने दायित्वों की प्रति अधिक जागरूक रहने की आवश्यकता है।  

पत्रकार एमएस नवाज ने इस अवसर पर कहा कि आज पत्रकारिता पर निजी विचारधारा हावी होती जा रही है, जोकि समाज एवं पत्रकारिता जगत के हित में बाधक है। पत्रकारिता पूरी तरह निष्पक्ष एवं न्यायपूर्णं होनी चाहिए। हमें सद्भावना के साथ कमजोर वर्गों के लिए कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि निष्पक्षता, पत्रकारिता का सर्वोत्तम गुण है।

पत्रकार मनोजानन्द ने कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र के चार स्तम्भों में से एक है। उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में आज नई-नई तकनीकी चीजें सामने आ रही हैं, के बावजूद प्रिंट मीडिया का अपना अलग व महत्वपूर्ण स्थान है।
श्री मनोज खन्ना, पत्रकार ने कहा कि प्रेस परिषद का अध्यक्ष किसी मीडिया जगत से जुड़े व्यक्ति कोे ही बनाया जाना चाहिए, जिससे वह मीडिया जगत से जुड़ी व्यावहारिक परेशानियों को ध्यान में रखते हुये मीडिया जगत से जुड़े हुये लोगों के हितों के लिये अधिक प्रभावी ढंग से कार्य कर सकें। 

वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट नरेश दीवान शेली ने कहा कि वर्तमान समय अत्यन्त चुनौतियों से भरा है, समय के अनुरूप बदलाव लाकर निष्पक्ष पत्रकारिता करने की आवश्यकता है। युवा पत्रकार श्री हरि गौतम ने कहा कि पत्रकारिता पूरी दुनिया को आईना दिखाता है, हमें पत्रकारिता के सिद्धान्तों पर अडिग रहते हुये सामाजिक हितों पर अधिक से अधिक फोकस करने की आवश्यकता है।

राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार/साहित्यकार/कवि/शिक्षाविद् एवं प्रेस क्लब हरिद्वार के संस्थापक महासचिव स्व0 डाॅ0 कमलकांत बुधकर को दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गयी।
कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री दीपक नौटियाल ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर प्रेस परिषद के गठन, पत्रकारिता की चुनौतियां आदि पर विस्तृत प्रकाश डाला। 
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार श्री मुदित अग्रवाल, श्री संजीव शर्मा, श्री नौशाद खान, श्री विकास चौहान, श्री सुनील शर्मा, श्री अरूण कश्यप, श्री सोमेश खत्री, श्री तुषार गुप्ता, श्री ऋषभ चौहान, श्री राजकुमार पाल, श्री संजय चौहान, श्री हर्ष गौतम, सूचना विभाग से श्री अरूण तमोली, श्री राघव, कु0 गीता राजपूत आदि उपस्थित थे।
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