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गाज़ियाबाद :- वरिष्ठ समाजसेवी एवं यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी गाजियाबाद के प्रबंध निदेशक डॉक्टर पी एन अरोड़ा ने जनता के नाम संदेश देते हुए कहा कि मैं कोविड-19 के संक्रमण से ग्रसित हो गया हूं, लेकिन मेरे अनुभव के अनुसार इस समय चल रहे कोरोनावायरस के वेरिएंट ओमीक्रोन से बिल्कुल भी घबराने की जरूरत नहीं है और यह डेल्टा वेरिएंट से कम घातक है। इसमें सजग रहने की मुख्य आवश्यकता है क्योंकि यह डेल्टा वैरीअंट की तुलना में बहुत तेजी से फैलता है। 

अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अनुज अग्रवाल ने बताया कि डॉक्टर अरोड़ा यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी में ही भर्ती हैं और उनका इलाज रेस्पिरेट्री एवं क्रिटिकल केयर टीम के वरिष्ठ डॉक्टर,  डॉ आर के मणि, डॉ के के पांडे, डॉ अर्जुन खन्ना एवं डॉ अंकित सिन्हा कर रहे हैं । डॉक्टरों के अनुसार उनकी सघन निगरानी की जा रही है और उनकी हालत अभी स्थिर है। 

अस्पताल के मीडिया प्रभारी गौरव पांडेय ने बताया कि कोविड आइसोलेशन वार्ड में भर्ती डॉ अरोड़ा ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि इस वेव के कोरोनावायरस संक्रमण में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण ज्यादा देखे जा रहे हैं और ऐसा होने पर उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति से अनुरोध किया कि वह अपना कोविड-19 का टेस्ट जरूर करा लें जिससे कि औरों को संक्रमण फैलने से रुक सके। 

डॉ पी एन अरोड़ा ने कहा कि कोरोनावायरस का उत्परिवर्तन हमेशा एक नई चुनौती के रूप में सामने आता है पहले डेल्टा वेरिएंट और अब ओमीक्रोन वेरिएंट, लेकिन इस चुनौती का सामना करने के लिए हम तैयार हैं हमारे पास उन्नत चिकित्सा सुविधाएं एवं दवाइयां उपलब्ध हैं जिससे हम सब मिलकर उसे हरा सकते हैं। हमें डरना बिल्कुल भी नहीं है और कोविड-19 रूप उचित व्यवहार को जारी रखना है जिसमें मास्क पहनना सामाजिक दूरी रखना और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना एवं इस तरह के आयोजन करना शामिल है। उन्होंने कहा वह जल्द स्वस्थ होकर के अस्पताल के कर्मियों एवं जनता के बीच दोबारा पहुंचेंगे।
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