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गाज़ियाबाद :- वसंत पंचमी पर इस बार बुधादित्य एवं सिद्ध योग का संयोग बन रहा है। इससे यह पर्व खुशी व खुशहाली का संदेश लेकर आएगा। आचार्य दीपक तेजस्वी के अनुसार बुधादित्य एवं सिद्ध योग के संयोग के साथ नवग्रह के चार राशियों में मौजूद रहने से केदार शुभ योग  बन रहा है। साथ ही शाम चार बजकर मिनट से रवि योग भी शुरू हो जाएगा जो अगले दिन रविवार की सुबह सात बजकर छह मिनट तक  रहेगा।  

अबूझ मुहूर्त के चलते वसंत पंचमी का दिन सभी शुभ कार्यो के लिये उपयुक्त माना जाता है। इसी कारण इस पर्व को अबूझ मुहूर्त के नाम से भी जाना जाता है। विवाह, गृह पवेश से लेकर नामकरण संस्कार व नवीन कार्य के लिए यह पर्व बहुत शुभ है और किसी भी प्रकार का मुहूर्त निकलवाने की कोई जरूरत नहीं रहती है। 

इस दिन ज्ञान प्राप्ति, सुस्ती-आलस्य व अज्ञानता से छुटकारा पाने के लिए ही देवी सरस्वती की उपासना की जाती है। विद्या आरम्भ या अक्षर अभ्यास के लिये भी इस पर्व काफी शुभ माना जाता है। यही कारण है कि बहुत से माता-पिता इसी दिन से अपने बच्चे को विद्या आरम्भ कराते हैं। पूजा के लिए श्रद्धालुओं को इस बार प्रर्याप्त समय मिलेगा। पूजा के लिए लगभग साढे पांच घंटे का समय मिलेगा।  सरस्वती पूजा का मुहूर्त प्रातः सात बजकर सात मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक रहेगा।
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