रिपोर्ट :- विकास शर्मा
हरिद्वार :- यात्रा सीजन के उपरांत आगामी कांवड़ मेले में प्रशासन की कड़ी अग्निपरीक्षा होगी। आने वाले कांवड़ मेले में जहां कोरोना उपरांत हरिद्वार में कांवड़ मेले में शिव भक्तों का लाखों की संख्या में आवागमन होगा। वही यात्रा सीजन दौरान प्रशासन को चार धाम की व्यवस्थाओं का पुन:आकलन करना होगा। सबसे अधिक हरिद्वार में लगने वाले जाम से निजात हेतु प्रशासन को कोई स्थाई समाधान निकालना होगा। कोरोना काल के 2 साल उपरांत कावड़ यात्रा की शुरुआत आगामी 14 जुलाई से आरंभ होगी जो प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण कार्य होगा।
कांवड़ मेले की व्यवस्थाओं के बारे में जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे के अनुसार आगामी 10 जुलाई तक कांवड़ मेले की तैयारी हेतु दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं। विभागीय अधिकारियों को किसी भी चुनौती से निपटने और लापरवाही न बरतने के आदेश दिए गए हैं। 14 जुलाई से आरंभ होने वाली कावड़ यात्रा में 24 घंटे मोटरसाइकिल एंबुलेंस उपलब्ध होगी। यात्रा दौरान 16 जगह मेडिकल पोस्ट बनाई गई है।
प्रमुख चौराहों पर 150 फ्लड लाइटों की व्यवस्था होगी। सिंचाई विभाग द्वारा घाटों की सफाई व कांवड़ पटरी मरम्मत कार्य संपन्न कराया जाएगा। 150 अस्थाई शौचालय का निर्माण किया जाएगा। पानी की व्यवस्था हेतु जल निगम को द्वारा 286 टैंकरों तथा इसके अतिरिक्त शौचालय हेतु। 8 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन की व्यवस्था निष्पादित कराई जाएगी। कांवड़ मेले दौरान मांस, अंडे, मछली व नॉनवेज की दुकानों पर मेला क्षेत्र में पूर्णतया प्रतिबंध होगा।