रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- आरडी इंजीनियरिंग कॉलेज के मैकेनिकल इंजीनियरिंग छात्रों ने बनाया ऐसा डिवाइस जो पानी की बर्बादी को रोकेगा खेतों में पानी भरते ही डिवाइस ट्यूबवेल को कर देगा बंद। खेतों में सिंचाई के दो ही स्रोत बरसात व ट्यूबवेल हैं। बरसात सीमित अवधि में होती है। ऐसे में किसानों को सिंचाई के लिए ट्यूबवेल पर ही निर्भर रहना पड़ता है। खेतों में पानी ट्यूबवेल के माध्यम से पहुंचता है। अक्सर किसान ट्यूबवेल चलाकर अन्य कामों में लग जाते हैं। ऐसे में खेत के ओवर फ्लो होने के बाद भी ट्यूबवेल चलता रहता है जिससे पानी की बर्बादी होती है। 

आरडी इंजीनियरिंग कॉलेज को यह बताते हुए बहुत हर्ष हो रहा है कि कॉलेज के मैकेनिकल फाइनल ईयर के छात्रों ने ऐसा डिवाइस बनाया है, जो देश के किसानों के लिए क्रांतिकारी साबित होगा। यह डिवाइस पानी की बर्बादी को रोकेगा। इस डिवाइस को ट्यूबवेल पर लगा देने के बाद खेत में पानी भरते ही वह अपने आप ऑटोमेटिक बंद हो जाएगा। इससे पानी कर बर्बादी को रोका जा सकेगा और भूजल जो तेजी से नीचे जा रहा है, उसे भी सुधारा जा सकेगा। 

इस डिवाइस को कॉलेज के चार छात्रों वरुण, तुषार कौशिक, शबी आलम व प्रियांशु ने प्रोजेक्ट गाइड डॉ डीएस चौहान व कोर्डिनेटर प्रो सुशील कुमार की देखरेख में तैयार किया है। संस्थान के चेयरमैन डॉ राकेश शर्मा ने इस डिवाइस को बनाने के लिए चारों छात्रों को बधाई दी और कहा कि उनका यह डिवाइस देश के किसानों के लिए एक क्रांतिकारी कदम साबित होगा। ट्यूबवेल से वे जहां खेतों की आसानी से सिंचाई कर सकेंगे, वहीं अपने अन्य काम भी कर सकेंगे क्योंकि खेतों में पानी भरते ही ट्यूबवेल डिवाइस की मदद से अपने आप बंद हो जाएगा। 

डिप्टी डायरेक्टर संजय पालीवाल ने कहा कि चारों छात्रों ने इस डिवाइस को बनाने के लिए बहुत मेहनत की है। सेंसर, लेंड लाइट, पंप, सोलर पैनल, बैटरी, कैपिसेटर, रिले, पावर डिस्ट्रीब्यूटर, ट्रांजिस्टर, रेसिस्टर आदि से उन्होंने इस डिवाइस को तैयार किया है।
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