रिपोर्ट :- अजय रावत

यूपी/गाज़ियाबाद :- 15 अगस्त 2022 को एमएमएच कॉलेज के सभागार में आज़ादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में नाटक काकोरी किया गया। जिसमे ये दिखाया गया कि क्यो देश के क्रन्तिकारीयो को काकोरी कांड को अंजाम देना पड़ा। पूरे भारत मे आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है,जिसमे अलग अलग जगह पर आज़ादी के दीवानों को याद किया जा रहा है।

नाटक में दिखाया गया कि जब असहयोग आंदोलन असफल हो गया तो क्रांतिकारीयो का दल दो दल में बट गया एक नरम दल दूसरा गरम दल,नरम दल का मानना था कि अंग्रेज जो भी करे हम शांति पूर्वक उसका जवाब देंगे,गांधी जी के रास्ते चल कर अहिंसा परमो धर्म का नारा लगा कर,वही गर्म दल का मानना था कि अंग्रेजों को उनके भाषा मे ही जवाब देना उचित है। 

इस लिए उन्होंने काकोरी कांड को अंजाम दिया,क्योकि उस समय क्रांतिकारीयो को आर्थिक अभाव एक सामना करना पड़ रहा था,और क्रांति की लौ ठंढी न पड़ जाए आर्थिक आभाव के कारण,जिसके कारण राम प्रसाद बिस्मिल,अशफाक उल्ला खा,चन्द्र शेखर आज़ाद,ने जिम्मेदारी उठाई और क्रांति की लौ ठंढी न पड़े इस लिए काकोरी कांड को अंजाम दिया।

नाटक के कलाकार, अंजली ,सौरभ कुमार , शिवानी ,हेमलता,सिमरन ,निकिता करायत, अभय कीर्ति , अंशु , दिव्यांशी, शेजल,हर्ष, ऋषभ पांचाल,आकाश कुशवाहा, दिवाकर , आकाश चौधरी,मधु शर्मा,पवन,नाटक का निर्देशन तनु शर्मा ने किया,कॉलेज के प्राचार्य डॉ पीयूष चौहान जी ने बच्चो को आशीष वचन दिये।

कॉलेज के छात्र कल्याण अधिष्ठा डॉ केशव कुमार ने काकोरी नाटक की सराहना की संस्कृतिक साहित्यक परिषद के संयोजिका डॉ रीना सिंह जी ने बच्चो को उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि क्रांतिकारीयो को सच्ची श्रद्धांजलि दी आज के इस नाटक ने,राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी अनुपमा गौर जी ने बच्चो को आशीर्वचन दिया ओर कहा देश क्रांतिकारीयो का बलिदान कभी नही भूलेगा,सभी कलाकारों द्वारा सभी क्रांतिकारीयो को कैंडल जला कर श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान गा कर किया गया।
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