रिपोर्ट :- अजय रात

गाज़ियाबाद :- एमएमएच कॉलेज के सभागार में एक नाटक प्रस्तुत किया जिसमें शिष्य और शिक्षक की अटूट परंपरा को दिखाया गया,नाटक में दिखाया गया कि,जब कोई साथ नही देता तो, शिक्षक किसी न किसी रूप में हमारे साथ खड़े रहते हैं। नाटक में दिखाया गया कि एक गांव की लड़की पढ़ने जाती है पर गांव के लोग उसके पढ़ने से एतराज करते है,और उसकी पढ़ाई बंद करवाने के लिए तरह तरह के काम करते है।एक दिन उस लड़की का बाप देखता है कि कुछ लोग लड़की को परेशान कर रहे है। और इसी  बीच उसके पिता देखकर गलत समझते है और सेजल की पढ़ाई बंद करवा देते है। पर उसके शिक्षक उस पर विश्वास करते है और उसका हमेशा साथ देते है।नाटक के अंत मे सेजल कलक्टर बन जाती है। जिससे उसके माता पिता और गांव वालों को अपनी गलती का एहसास होता है।और बेटियों के पढ़ाने के लिए प्रण लेते है।

नाटक को गायत्री चौहान द्वारा लिखा गया है। नाटक की उप निर्देशिका तनु शर्मा उर्फ (कल्याणी) नाटक के पात्रनिकिता करायत, अंजलि, हेमलता , अंशु ,सिमरन, रोहन, आकाश , सेजल श्रीवास्तव,सौरभ,ताशु अग्रवाल, ऋषभ पांचाल , नाटक को शिक्षिकों द्वारा बहुत सराहा गया। कॉलेज के प्राचार्य जी ने बच्चो को शिक्षक दिवस की बधाई दी,कॉलेज के डीन केशव कुमार जी ने विद्यार्थियों को कहा आज आपका दिन है कह कर संबोधित किया,संस्कृति साहित्यिक परिषद की संयोजिका  रीना सिंह ने बच्चो को बधाई दी और कहा यह कार्यक्रम 5 से 9 तारिक तक ऐसे ही रोजाना चलेंगे,एन एन एस की कार्यक्रम अधिकारी अनुपमा गौड़ ने बच्चो के आगे बढ़ने के लिए शुभकामनाएं दी। बॉटनी विभाग की अल्पना सिंह ने बच्चो के अभिनय की सराहना की।
Previous Post Next Post