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गाजियाबाद :-  जिला न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ताओं की संस्था "अखिल भारतीय हिन्दी विधी प्रतिष्ठान" के 21वें  अधिवेशन का भव्य कार्यक्रम शनिवार सायं जिला न्यायालय सभागार में सम्पन्न हुआ।  मूल रूप से कश्मीर के कुपवाड़ा के निवासी,उच्च न्यायालय के जनपद  के माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति श्री रहमान मसूदी मुख्य अतिथि थे। उन्होंने अपने शुद्ध एवं सरल गरिमापूर्ण सम्बोधन में हिन्दी के अधिकाधिक प्रयोग और न्यायालयों में हिन्दी भाषा को और अधिक उन्नत किये जाने पर बल दिया। उन्होंने माननीय न्यायमूर्ति प्रेम शंकर गुप्त जी द्वारा हिन्दी के प्रति की गयी सेवाओं को सराहा और उनके पुत्र श्री प्रदीप कुमार, वरिष्ठ अधिवक्ता द्वारा दिये गये वक्तव्य की सराहना की। उल्लेखनीय है प्रेम शंकर गुप्त जी ने चार हजार से अधिक उच्च न्यायालय के फैसले हिन्दी में दिये हैं। इसके अतिरिक्त  उनके हजारों  आदेश निर्देश भी हिंदी में ही होते थे।
     
मुख्य वक्ता दिल्ली बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीप वत्स ने दिल्ली में विशेष रूप से जिला अदालतों में अधिकाधिक हिंदी के प्रयोग किए जाने  की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही वत्स ने यह आश्वस्त किया कि दिल्ली की अदालतों में हिन्दी में कार्य हो इसके लिए व्यापक अभियान चलाया जाएगा। लखनऊ से पधारे देश रत्न सिन्हा ने  प्रतिष्ठान के द्वारा पिछले लगभग 35 वर्षो से देश भर की अदालतों में किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जनपद न्यायाधीश जितेन्द्र कुमार सिन्हा ने भी कार्यक्रम के उद्देश्य और प्रयासों की सराहना की। उन्होंने अदालतों में हिन्दी में कार्य किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। समारोह में पत्रकार,शायर एवं कवि राज कौशिक, प्रख्यात शायर मासूम गाजियाबादी व पियूष मालवीय  ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मुग्ध कर दिया। मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति मसूदी जी ने अपने सम्बोधन में राज कौशिक के शेर का उल्लेख भी किया।

कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार सुशील शर्मा, छायाकार कुलदीप, दिल्ली बार एसोसिएशन के सचिव ओमप्रकाश,, उपाध्यक्ष राहुल, लायंस इंटरनेशनल के पूर्व गवर्नर श्री निगम, मेरठ बार एसोसिएशन व नोएडा बार एसोसिएशन के पदाधिकारी, गाजियाबाद जनपद के सभी न्यायिक अधिकारी पूरे समय कार्यक्रम में मौजूद रहे। बार एसोसिएशन गाजियाबाद के अध्यक्ष योगेंद्र कौशिक व सचिव  नितिन यादव भी मंचासीन थे। कार्यक्रम के आयोजक बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष व प्रतिष्ठान के सचिव दर्शनानंद गौड़ ने बताया कि यह कार्यक्रम अदालतों में हिन्दी भाषा को बढ़ावा देने के लिए पिछले 22 वर्षों से लगातार हिन्दी पखवाडे का आयोजन कर समारोह में हिन्दी के कार्य को बढ़ावा देने वालों को न्यायमूर्ति प्रेम शंकर गुप्त की स्मृति में सम्मानित किया जाता है।प्रतिष्ठान के उपाध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता धनेश प्रकाश गर्ग ने  प्रतिष्ठान का परिचय दिया।महानगर टैक्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमित बंसल को तथा पांच अन्य को प्रतिष्ठान की ओर से हिंदी में कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
   
परिवार न्यायाधीश वीरेन्द्र कुमार सिंह, न्यायाधीश आकांक्षा गुप्ता, रोहित माहौर व कमलेश सम्मानितों में शुमार थे।  स्वर्गीय प्रेम शंकर गुप्त के वरिष्ठ पुत्र  उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता  प्रदीप कुमार  एवं उच्च न्यायालय लखनऊ के वरिष्ठ अधिवक्ता देश रत्न सिन्हा विशेष रूप से कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए गाजियाबाद आये थे।
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