◼️ सिक्ख समाज की प्रमुख हस्तियों का किया सम्मान



रिपोर्ट :- अजय रावत

मेरठ/ ग़ाज़ियाबाद- सिक्ख समाज की विशेषता है कि चाहे कैसा भी समय हो उनके लोग हर क्षेत्र में आगे ही रहने का प्रयास करते हैं फिर समय चाहे सेवा का हो, समर्पण का हो, भाईचारे का हो या फिर देश धर्म की रक्षा का हो, गुरुओं की शिक्षा उन्हें सामाजिक कार्यों में आगे रहने को प्रेरित करती है। यह बात यहाँ मेरठ के गुरु तेग़ बहादुर स्कूल में वीर खालसा दल उ० प्र० द्वारा आयोजित खालसा चेतना समागम में, मौलाना आज़ाद एजूकेशन फांउडेशन के उपाध्यक्ष सरदार एसपी सिंह ने बोलते हुए कहा कि केन्द्र व प्रदेश की सरकार सिक्ख गुरुओं व समाज के लोगों को सम्मान दे रही है। केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने करतारपुर गुरुद्वारा साहिब के दर्शन, गुरु नानक देव जी व गुरु तेग़ बहादुर जी की जन्म शताब्दी पर तथा गुरु तेग़ बहादुर जी के शहीदी दिवस पर, बाबा बन्दा सिंह बहादुर की शहादत पर बड़े कार्यक्रम कराकर व अब चण्डीगढ़ एयरपोर्ट का नाम शहीद सरदार भगत सिंह के नाम पर करके व पहली बार अल्पसंख्यक आयोग का राष्ट्रीय अध्यक्ष एक सिक्ख को नामित करके देश को एक बड़ा सन्देश देते हुए सिक्ख समाज को सम्मान दिया है और प्रदेश में भी योगी सरकार सिक्ख गुरुओं व समाज को बराबर सम्मान देने का कार्य कर रही है। 

सिक्ख मिशन के प्रदेश अध्यक्ष बृजपाल सिंह ने सरकार से सिगलीघर सिक्खों को पिछड़ा वर्ग में शामिल कराने की माँग को प्रमुखता से उठाया। पंजाबी एकेडमी के उपाध्यक्ष गुरविन्दर सिंह छाबड़ा ने बताया कि पहली बार मुख्यमंत्री व राज्यपाल आवास पर गुरु ग्रन्थ साहिब का प्रकाश कराया गया, पंजाबी भाषा को व सिक्ख गुरुओं को सम्मान मिला है, इसके लिये मुख्यमंत्री योगी बधाई के पात्र हैं। 

इस मौक़े पर वीर खालसा दल के मुख्य संरक्षक देवेंद्र सिंह सेठी, इन्द्रजीत सिंह, अध्यक्ष जगमीत सिंह, उपाध्यक्ष मनजीत सिंह कोचर, कोषाध्यक्ष हरबन्स सिंह ने एसपी सिंह सिंह, गुरविन्दर सिंह छाबड़ा, बृजपाल सिंह, खालसा हेल्प इन्टरनेशनल के आक्सीजन मैन गुरप्रीत सिंह रम्मी, खालसा हेल्प फांउडेशन के सुखदेव सिंह, निष्काम सेवा जत्थे के जसमीत सिंह को सरोपा व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। गुरुद्वारा कविनगर जी ब्लॉक के अध्यक्ष रविन्दर सिंह जौली, गुरुद्वारा दशमेश दरबार के सरंक्षक हरप्रीत सिंह जग्गी, स्वास्थ्य सेवक रूपिन्दर सिंह व दलजीत सिंह को भी सरोपा देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में ज्ञानी प्रीतम सिंह व ज्ञानी बलविन्दर सिंह रंगीला ने गुरुवाणी द्वारा आई संगत को निहाल किया और कार्यक्रम पश्चात लंगर वितरित किया गया।
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