◼️सूर्य ग्रहण दीपावली पर और चंद्र ग्रहण गंगा स्नान पर
◼️छोटी दीपावली और दीपावली पर्व एक दिन ही होगी
◼️27 साल बाद आ रहा है ऐसा योग



रिपोर्ट :- अजय रावत

यूपी/गाज़ियाबाद :- शिव शंकर ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र गाजियाबाद। इस वर्ष दीपावली का उत्सव 24 अक्टूबर दिन सोमवार को मनाया जाएगा। यद्यपि शास्त्रीय नियम के अनुसार प्रदोष काल में अमावस्या का होना दीपावली मनाने का प्रमाण है। जो 24 अक्टूबर को ही पड़ रहा है। मध्यान्ह , अपराह्न या प्रदोष  व्यापिनी अमावस्या उस दिन होनी चाहिए सोमवार को 5:27 पर अमावस्या आएगी। जबकि सूर्यास्त के 5:39 पर होगा अर्थात दीपोत्सव के समय दीपावली का उत्तम मुहूर्त रहेगा । 25 अक्टूबर दिन मंगलवार को सूर्य ग्रहण पड़ रहा है जो भारत में दिखाई देगा। यह सूर्य ग्रहण दिन में 2:39 से आरंभ होगा और शाम 6:30 बजे ग्रसित होता हुआ सूर्य अस्त हो जाएगा।

इससे पूर्व में प्रातः 4:29 से सूतक आरंभ हो जाएगा ।इसीलिए 25 अक्टूबर को प्रातः काल मंदिर, देवालय, इस समय पूजा अर्चना करना वर्जित है। गोवर्धन का उत्सव 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा। क्योंकि ठाकुर जी का भोग अन्नकूट  सूतक काल में  तैयार नहीं हो सकता अथवा  बन नहीं सकता और शाम को ग्रहण के समय गोवर्धन की पूजा नहीं हो सकती। इसीलिए शास्त्रीय गणना के अनुसार भी 26 तारीख को कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा ही है। जो 26 अक्टूबर को ही सर्व मान्य है।

23 अक्टूबर दिन रविवार को धनतेरस का उत्सव मनाया जाएगा और 24 अक्टूबर को छोटी दीपावली और दीपावली का मुख्य पर्व एक साथ मनाया जाएगा। 25 तारीख को ग्रहण के कारण सभी उत्सव, पूजा सब बंद रहेंगे। 27 साल पहले 1995 में भी दीपावली उत्सव पर इस प्रकार से सूर्य ग्रहण हुआ था। 26 अक्टूबर को अन्नकूट ,गोवर्धन पूजा  तथा 27 अक्टूबर को भैया दूज का उत्सव मनाया जाएगा।
कार्तिक मास में दूसरा ग्रहण चंद्र ग्रहण होगा। कार्तिक की पूर्णिमा गंगा स्नान के पर्व पर 8 नवंबर 2022 मंगलवार को शाम 2:39 से 6:19 तक होगा। इसका सूतक प्रातः काल 8:00 बजे कर 29 मिनट से आरंभ हो जाएगा। इसीलिए गंगा स्नान करने के इच्छुक व्यक्ति 8:30 बजे से पहले पहले स्नान कर सकते हैं ।इसके बाद सूतक काल और ग्रहण के कारण स्नान करना निषिद्ध है। ग्रहण को उपरांत रात्रि को स्नान कर सकते हैं।

दीपावली को पड़ रहे सूर्य ग्रहण तुला राशि और स्वाति नक्षत्र पर चंद्रमा का संचरण होगा ।इसलिए यह ग्रहण वृषभ ,सिंह , धनु और मकर राशि के लिए श्रेष्ठ  फलकारक रहेगा ।मेष, कन्या और कुंभ राशि के लिए मध्यम रहेगा ।मिथुन, कर्क, तुला ,वृश्चिक और मीन राशि के लिए यह अच्छा नहीं रहेगा।
*पूर्णिमा को पड़ रहे चंद्र ग्रहण का फल इस प्रकार रहेगा।*
चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को दोपहर 2:39 बजे से आरंभ होगा उस समय मेष राशि और भरणी नक्षत्र पर चंद्रमा का संचरण होगा। चंद्र ग्रहण का राशियों पर प्रभाव इस प्रकार रहेगा।
 मेष ,मिथुन, कर्क, वृश्चिक, धनु ,मकर, कुंभ ,मीन राशि वालों के लिए चंद्र ग्रहण का फल बहुत शुभ रहेगा।
 वृषभ और तुला राशियों के लिए चन्द्र का फल मध्यम रहेगा। 
आचार्य शिव कुमार शर्मा ,आध्यात्मिक गुरु ज्योतिषाचार्य गाजियाबाद
अध्यक्ष- शिवशंकर ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र गाजियाबाद
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