रिपोर्ट :- वेद प्रकाश चौहान

उत्तराखण्ड/देहरादून :- आखिरकार 2015 -16 दरोगा भर्ती घोटाले की जांच ने रफ्तार पकड़ ही ली। दरोगा भर्ती घोटाले के आरोपियों तक पहुंचने के लिए विजिलेंस ने सभी जिलों से 2015-16 में सीधी भर्ती के दरोगाओं के सम्बन्ध में भर्ती होने के बाद आश्रितों अथवा अपने नाम से खरीदी गई संपत्तियों की जानकारी सभी जिलों से मांगी है। साथ ही सभी जिलों में तैनात इन दरोगाओं के नाम, पते और पिता आदि के नाम की जानकारी ली जा रही है। 

विजिलेंस ने गत आठ अक्तूबर को इस मामले में 12 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। शुरुआती जांच के दौरान 15 दरोगा विजिलेंस के रडार पर थे, वहीं सूत्रों की मानें तो जांच के दायरे में सौ (100) दरोगा आ चुके हैं। दरोगा भर्ती घोटाले की परतें उधेड़ने में लगी विजिलेंस की तेजी से भ्रष्ट दरोगाओं में खलबली मची हुई है।
Previous Post Next Post