रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- शिव शंकर ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र ,गाजियाबाद। वर्ष 2023 में कुल 55 वैवाहिक मुहूर्त हैं जो इस प्रकार हैं।

जनवरी माह -19 ,25, 26, 27, 28, 30, 31 जनवरी
फरवरी मास में 1 ,6 ,7, 8 ,9 ,10, 16, 17 ,22,26 फरवरी
मार्च मास में केवल एक ही वैवाहिक मुहूर्त है -9 मार्च।
 उसके पश्चात खरमास  (मलमास) लग जाएगा इसी अवधि में 31 मार्च 2023 से 30 अप्रैल 20 23 तक बृहस्पति अस्त रहेंगे।

इसलिए अप्रैल मास में वैवाहिक मुहूर्त का अभाव है।
मई मास 3 ,4 ,7 ,9 ,10 ,11, 12, 17, 21 ,26, 27 ,28, 29 ,30 मई
जून मास -3,5,6, 7, 8 ,11, 12 ,22, 23, 25, 27, 28 जून
29 जून को देवशयनी एकादशी है। चातुर्मास आरंभ हो जाएंगे। इसलिए विवाह मुहूर्त का अभाव है
देवोत्थान एकादशी अर्थात 23 नवंबर से पुनः वैवाहिक मुहुर्त शुरू होंगे।
नवंबर मास - 23, 24, 27,28 ,29 नवंबर
दिसंबर मास -3,4,7,8,9 दिसंबर 

*सन 2023 में पड़ने वाले ग्रहण*
इस वर्ष से पृथ्वी पर कुल 3 ग्रहण  होंगे।
दो सूर्य ग्रहण और एक चन्द्र ग्रहण।
दिनांक 20 अप्रैल 2023 और 14 अक्टूबर 2023 को कंकणाकृति सूर्य ग्रहण होंगे। जो भारत भूमि पर दिखाई नहीं देंगे।

28 अक्टूबर 2023 को चन्द्र ग्रहण होगा।
यह गृहण भारत में मध्यरात्रि के बाद 1:05 से 2:24 बजे तक दिखाई देगा।

इसके अतिरिक्त एक उपछायी ग्रहण भी हैं ।
5 मई 2023 को उपछायी चंद्र ग्रहण होगा।
इस प्रकार के ग्रहण में चंद्रमा को ग्रहण तो नहीं लगेगा किंतु उसकी कांति थोड़ी सी धूमिल हो जाएगी।

आचार्य शिव कुमार शर्मा 
अध्यक्ष- शिवशंकर ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र  केंद्र गाजियाबाद
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