रिपोर्ट :- संजय चौहान 

उत्तराखण्ड/हरिद्वार :- कैंसर सहित तमाम लाईलाज रोगों का सफल इलाज करने का दावा करने वाले झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से 16 साल की किशोरी की मौत हो गई। किशोरी के परिजनों ने बंगाली क्लीनिक चलाने वाले झोलाछाप डॉक्टर पर गलत इलाज करने का आरोप लगाया है। किशोरी को पीलिया हुआ था और उसको गलत इलाज किया गया था। परिजन अब पछता रहे हैं और लोगों से अपील की है कि वो झोलाछाप डॉक्टरों के चक्कर में ना आए। 

उत्तराखण्ड के रामनगर में हुई घटना रामनगर के ग्राम पीरुमदारा क्षेत्र के भगतपुर मड़ियाल निवासी 16 वर्षीय दीपिका नेगी को 2 दिन पूर्व पीलिया की शिकायत हुई थी जिसके बाद परिजन इस किशोरी को पीरु मदारा में स्थित बंगाली क्लीनिक पर ले गए थे जहां मौजूद चिकित्सक द्वारा इस किशोरी का उपचार करने के बाद उसे एक इंजेक्शन लगाया गया था जिसके बाद इस किशोरी की हालत लगातार बिगड़ती चली गई मामले में मृतका की चाची बीना नेगी ने बताया कि उसकी भतीजी की हालत बिगड़ने के बाद आज पुनः वह उसे उपचार के लिए बंगाली डॉक्टर के पास ले गए तो उसने कहा कि फोड़ा फुंसी होने के कारण इसके पैर में सूजन आई है। 

लेकिन किशोरी की हालत ज्यादा बिगड़ने पर परिजनों से काशीपुर के प्राइवेट अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया जिसके बाद परिजन इसे उपचार के लिए रामनगर के सरकारी अस्पताल लाए यहां भी चिकित्सकों ने इस किशोरी को मृत घोषित कर दिया। 
घटना से आक्रोशित मृतका के परिजनों व ग्रामीणों ने उक्त झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर पहुंचकर नाराजगी भी व्यक्ति की लेकिन उससे पहले यह झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक से फरार हो गया। 

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हरिद्वार के श्रवण नाथ नगर में भी झोलाछाप डॉक्टर भवानी शरण विश्नोई कर रहा है बेख़ौफ़ ईलाज।
अक्सर रहता है नशे में धुत्त, जल्द होनी चाहिये कार्यवाही। 
गौरतलब है कि हरिद्वार में झोलाछाप डॉक्टरों की कमी नहीं है। गांव और शहरों की बस्तियों में एक नहीं बल्कि कई कई झोलाछाप डॉक्टर मौजूद है। जो लोगों को इलाज के बहाने जहर दे रहे हैं और उनको ठग रहे हैं। बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
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