◼️थकान और सुविधा की चिंता किये बगैर शांतिकुंज राहत दल जुटा


रिपोर्ट :- वेदप्रकाश चौहान

उत्तराखण्ड/हरिद्वार :- जरूरतमंदों की सेवा में सदैव तत्पर रहने वाले शांतिकुंज की आपदा राहत दल जोशीमठ में हो रहे भू धँसाव के आपदा प्रभावितों के लिए राहत सामग्री भेजने में जुटा है। यह दल ठंड की ठिठुरन के बीच आपदा राहत सामग्री के पैंकिंग में पसीना बहा रहा है। राहत दल ने करीब एक हजार किट तैयार की हंै। प्रत्येक किट में चावल- पांच किग्रा, आटा- पांच किग्रा, दाल- दो किग्रा, चीनी-दो किग्रा, तेल- एक लीटर, नमक, हल्दी, मिर्च आदि आदि खाद्य सामग्री शामिल है। ज्ञातव्य हो कि दो पूर्व ही शांतिकुंज आपदा राहत दल की एक टीम पहले ही जोशीमठ पहुंच चुकी है।

राहत दल के भाइयों को अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुखद्वय श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं श्रद्धेया शैल दीदी ने मंगल तिलक कर विदाई दी। उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों में रह रहे पहाड़ के अपने भाइयों की पीड़ा को कम करने के लिए गायत्री परिवार सदैव तत्पर है। युगऋषि पूज्य पं० श्रीराम शर्मा आचार्य के आदर्श सूत्रों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि अपनी थकान और सुविधा की चिंता किये बगैर राहत दल जुटा है। उन्होंने कहा कि जोशीमठ के जो परिवार भू धंसाव के कारण घर से बाहर रहने के लिए विवश हैं, उन्हें प्राथमिकता के साथ राहत सामग्री दी जायेगी। आने वाले समय में यदि और आवश्यकता होगी, तो शांतिकुंज की ओर से यह प्रयास जारी रहेगा। दल को शांतिकुंंज व्यवस्थापक श्री महेन्द्र शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस राहत दल में डॉ. उमाकांत इंदोलिया, डॉ. अरुणेश पाराशर, नरेन्द्र गिरि, पवन राजौरिया, प्रखर सिंह एवं राकेश वर्मा आदि शामिल हैं।
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उत्तराखण्ड का गौरव शांतिकुंज स्काउट गाइड
18वीं राष्ट्रीय जम्बूरी में शांतिकुंज को मिला प्रथम स्थान

हरिद्वार 
भारत स्काउट गाइड की इकाई उत्तराखण्ड में एक अलग जनपद के रूप में मान्यता प्राप्त शांतिकुंज स्काउट गाइड ने राजस्थान के पाली में 4 से 10 जनवरी को हुए 18वीं राष्ट्रीय जम्बूरी में राज्य का प्रतिनिधित्व किया। गौरतबल है कि जब से शांतिकुंज स्काउट गाइड इकाई को उत्तराखण्ड में अलग जनपद के रूम में मान्यता मिली है, तब से शांतिकुंज स्काउट गाइड उत्तरोत्तर प्रगति कर रहा है। राष्ट्रीय जम्बूरी के इतिहास में यह पहला मौका है कि उत्तराखण्ड का नाम रोशन करते हुए शांतिकुंज स्काउट गाइड इकाई को बैण्ड में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। राष्ट्रीय जम्बूरी का शुभारंभ महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में हुआ था जबकि समापन राष्ट्रीय जम्बूरी के वरिष्ठ प्रतिनिधियों एवं राजस्थान सरकार के गणमान्यों की मौजूदगी में हुआ।

शांतिकुंज जनपद के कंटीजन लीडर मंगल सिंह गढ़वाल ने बताया कि हमें 18वीं राष्ट्रीय जम्बूरी में उत्तराखण्ड का प्रतिनिधित्व करने का सौभाग्य मिला। हमारी टीम ने महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू की प्रज्ञा बैण्ड की सुमधुर ध्वनि के साथ अगुवानी की। इसके पश्चात विभिन्न साहसिक एवं बौद्धिक प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय जम्बूरी में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुखद्वय श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या, श्रद्धेया शैलदीदी, व्यवस्थापक श्री महेन्द्र शर्मा सहित देसंविवि व गायत्री विद्यापीठ परिवार ने बधाई दी।
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